गौरतलब रहे कि पत्रिका ने गत 12 जून के अंक में ‘दो माह में बरामद हुए 12 मोबाइल फिर भी हो रही नाबालिगों की बातÓ खबर प्रकाशित की थी। इस खबर में बताया कि किस तरह बालिका गृह में स्टॉफ की मिलीभगत के जरिए तीन नम्बरों के जरिए बाहर अनजान लोगों से बालिकाएं बातचीत कर रही हैं। खबर प्रकाशित होने के दूसरे दिन जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल अधिकारिता विभाग हरकत में दिखा और मामले में बालिका गृह अधीक्षका इन्दिरा गुप्ता को नोटिस देकर जवाब मांगा था। बताया जा रहा है बालिका गृह में से मोबाइल से बात करने की बात सार्वजनिक होने पर दबाव में आकर कार्रवाई करने पर मजबूर होना पड़ा है। उधर, बताया जा रहा है कि शाम के समय कुछ बालिकाओं ने अधीक्षका के सामने महिला केयर टेकर से दुव्र्यवहार किया। हालांकि, इस मामले से अधिकारी अनभिज्ञता जता रहे हैं।