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होटल संचालक के साथ अभद्रता का विरोध बरकरार, एक सप्ताह बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

locationभरतपुरPublished: Aug 14, 2020 07:36:06 pm

Submitted by:

Meghshyam Parashar

-चौबुर्जा स्थित होटल संचालक को हवालात में बंद करने का मामला

होटल संचालक के साथ अभद्रता का विरोध बरकरार, एक सप्ताह बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

होटल संचालक के साथ अभद्रता का विरोध बरकरार, एक सप्ताह बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

भरतपुर. लॉकडाउन के दौरान चौबुर्जा स्थित होटल संचालक को कोतवाली थाने के हवालात में अद्र्धनग्न अवस्था में बंद करने का मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। उस समय खुद अधिकारियों ने भी पुलिसकर्मियों की गल्ती को स्वीकार किया था, लेकिन अभी तक कोतवाली थाने के उन दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होना बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। चूंकि मामला आईजी व एसपी के पास भी पहुंच चुका है। ऐसे में पुलिस अधिकारियों की चुप्पी भी रसूख का दबाव जाहिर करती नजर आ रही है।
चौबुर्जा-मोरी चार बाग व्यापार संघ की बैठक अध्यक्ष बंटू भाई की अध्यक्षता में बुलाई गई। इसमें अभी हाल ही में चौबुर्जा स्थित भोजनालय के मालिक के साथ एडीएम सिटी की ओर से किए गए व्यवहार को लेकर निन्दा प्रस्ताव पारित किया गया। उपाध्यक्ष उत्तमचंद सिंघल ने बताया कि प्रशासन व पुलिस की ओर से जो व्यापारियों के साथ बेइज्जती कर अभद्र व्यवहार किया गया है वह चौबुर्जा मोरी चार बाग व्यापार संघ बर्दाश्त नहीं करेगा। इस घटना को लेकर सभी व्यापारियों में भारी रोष है। राजेश गुप्ता ने कहा कि एडीएम व पुलिस की ओर से ही यह कृत्य किया गया है। पुलिस की ओर से तो सिर्फ आज तक चालान ही काटे गए हैं कभी व्यापारी को हवालात में बंद नहीं किया गया। गोविन्द गर्ग ने कहा कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ शीघ्र ही सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। अन्यथा व्यापारियेां को मजबूरन आन्दोलन करना पड़ेगा व बाजार बंद किया जाएगा। साथ ही सभी व्यापारियों की रेन्डमली कोरोना जांच करानी चाहिए। उसकी तरफ प्रशासन का ध्यान नहीं है सिर्फ व्यापारियेां को परेशान करने में लगा है। सभी व्यापारियों ने बाजार खुलने का समय बढाने व लॉकडाउन के तहत शनिवार, रविवार के स्थान पर एक दिन मंगलवार को सम्पूर्ण लॉकडाउन रखा जाए। बैठक में अशोक शर्मा, कन्हैया लाल गुप्ता, नरेन्द्र पाल, राकेश, महेश, जीतेन्द्र, दिलीप पंडित, जीतेन्द्र, महेश खंडेलवाल आदि व्यापारी शामिल हुए।
बड़ा सवाल…हवालात में किसके आदेश पर डाला

सवाल किसी एक अधिकारी या पुलिस पर आरोप का नहीं है, बल्कि इस पूरे प्रकरण में सवाल यह उठता है कि आखिर किसके कहने पर पुलिसकर्मियों ने होटल संचालक समेत अन्य को हवालात में बिना कोई मुकदमा दर्ज किए डाला। चूंकि प्रशासन का एक पक्ष साफ कह चुका है कि उन्होंने सिर्फ थाने ले जाने के लिए कहा था। पुलिस का दूसरा पक्ष अभी तक कुछ भी कहने से कतरा रहा है। यह भी तय है कि होटल संचालक को जिसने भी हवालात में डालने का आदेश दिया, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
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