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हादसे के बाद प्रशासन चेता, अब आधा दर्जन मकान मालिकों को दी चेतावनी

locationभरतपुरPublished: Aug 04, 2020 09:17:33 pm

Submitted by:

rohit sharma

गढ़ीबाजना थाना क्षेत्र के गांव कैर में सोमवार को हुए हादसे में मृत 11 वर्षीय बालिका कोरोना पॉजिटिव आने पर नगर निगम प्रशासन ने शव को भरतपुर में दाह-संस्कार करा दिया।

हादसे के बाद प्रशासन चेता, अब आधा दर्जन मकान मालिकों को दी चेतावनी

हादसे के बाद प्रशासन चेता, अब आधा दर्जन मकान मालिकों को दी चेतावनी

भरतपुर. गढ़ीबाजना थाना क्षेत्र के गांव कैर में सोमवार को हुए हादसे में मृत 11 वर्षीय बालिका कोरोना पॉजिटिव आने पर नगर निगम प्रशासन ने शव को भरतपुर में दाह-संस्कार करा दिया। उधर, स्थानीय प्रशासन ने मंगलवार को गांव का निरीक्षण कर गिरासु हालत में आधा दर्जन मकानों को चिह्नित कर उनके मालिकों को मौखिक चेतावनी दी है।

गौरतलब रहे कि सोमवार को कैर गांव में बारिश के दौरान पप्पू कोली का दुमंजिला पुराना मकान भरभरा कर गिर पड़ा था। हादसे में पप्पू की पत्नी चंद्रकला, दो पुत्री रीना व सोनम गंभीर रुप से घायल हो गए थे। जिसमें उपचार के दौरान छोटी पुत्री सोनम की मौत हो गई हो गई थी। जबकि घायल मां-पुत्री को जयपुर में इलाज चल रहा है।
कोतवाली प्रभारी मदनलाल मीना ने बताया कि हादसे में मृत बालिका आरबीएम अस्पताल में लिया कोरोना सेम्पल पॉजिटिव आया था। जिस पर गाइड-लाइन के अनुसार परिजनों को शव सुपुर्द नहीं करके भरतपुर में ही परिजनों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार की कार्रवाई की गई। कैर पटवारी भूपसिंह ने बताया कि पीडि़त परिवार को सरकारी सहायता के लिए प्रपत्र भरने की कार्रवाई की गई। वहीं, गांव में ऐसे ही अन्य पुराने जर्जर गिरासु 6 मकानों को चिन्हित कर उनके मालिकों को अपने मकानों की मरम्मत कराने की मौखिक चेतावनी दी गई।

नकारा घोषित सरकारी आवासों पर नहीं ध्यान

सार्वजनिक विभाग की ओर से नकारा घोषित किए गए पुलिस आवास के भवन की हालत भी जर्जर है। इस आवास में करीब 40 पुलिसकर्मी निवास करते हैं। पुलिसकर्मियों ने बताया कि रोजाना सीमेंट गिरता रहता है। आरसीसी के सरिया बाहर लटकने लगे हैं। जिससे कभी भी हादसा होने का डर बना रहता है। इसी तरह कचहरी रोड पर खाली पडे सरकारी भवन भी जर्जर हालत में है। इन भवन के पास से ही मेगा हाइवे होने हादसे का डर बना रहता है। सार्वजनिक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता छैलबिहारी शर्मा ने बताया कि पुलिस की ओर से करीब 2 साल पहले मरम्मत कराने के लिए पत्र मिला था। तब उसे नकरा घोषित कर प्रमाण पत्र दिया गया था।
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