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आठ साल बाद मिला अपने तो जी उठे सपने

locationभरतपुरPublished: Jan 20, 2022 03:30:04 pm

Submitted by:

Meghshyam Parashar

– गुजरात से अपना घर पहुंचे परिजन

आठ साल बाद मिला अपने तो जी उठे सपने

आठ साल बाद मिला अपने तो जी उठे सपने

भरतपुर . दिमागी हालत कमजोर थी, लेकिन घर को कभी भूलता नहीं था। अक्सर घर से जाता और कुछ देर बाद लौट जाता। इस खूबी के चलते परिजन भी उसको लेकर बेफिक्र थे, लेकिन एक दिन घर से निकला तो वह लौटा नहीं। दिन, महीने और साल गुजर गए। बीमार बूढ़े पिता की आंखें आज भी उसका इंतजार कर रही थीं। गुजरात पुलिस ने जैसे ही दिनेश के अपना घर भरतपुर में होने की सूचना दी तो परिवार की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। पिता की तो मानो सारी मुरादें ही पूरी हो गईं। बिना देरी किए बुधवार को दिनेश का भाई अपना घर पहुंचा और अपने भाई को लेकर गुजरात रवाना हो गए। आठ साल पहले बिछड़े भाई को पाकर भाई की आंखें भी खुशी से गीली हो गईं।
गुजरात के पालमपुर शहर के पास रहने वाले मुकेश पुत्र हस्तीमल चौहान ने बताया कि वह चार भाई हैं। इनमें से दिनेश की दिमागी हालत शुरू से ठीक नहीं थी। ऐसे में वह कई बार घर से निकल जाता था, लेकिन वह दिनभर घूमने के बाद शाम को लौट आता था। ऐसे में परिवार उसके प्रति निश्चिंत था, लेकिन एक दिन दिनेश घर से निकला तो वह लौटा नहीं। इस पर परिजनों ने उसे सभी जगह ढूंढा। गुजरात से लेकर अन्य शहरों में भी उसकी खोज की, लेकिन उसका कहीं ठिकाना नहीं मिल सका। ऐसे में परिवार ने उसके दुनिया में होने की आस ही छोड़ दी, लेकिन पिता को भरोसा था कि एक दिन दिनेश जरूर लौटेगा। पिता की दुआओं का असर रंग लाया। अपना घर में रह रहे दिनेश ने अपने परिजनों के बारे में सब कुछ अपना घर प्रशासन को बता दिया। इसके बाद अपना घर ने गुजरात पुलिस को सूचना दी। पुलिस से सूचना मिलते ही दिनेश का भाई पाली में रहने वाले अपने बहनोई के साथ यहां पहुंचा। दिनेश को देखकर मुकेश की आंखें भी छलछला आईं। साथ ही दिनेश की खुशियों का भी ठिकाना नहीं रहा। आठ साल बाद दो भाईयों के मिलन ने मौजूद लोगों की आंखें भी नम कर दीं। बुधवार को ही मुकेश अपने भाई दिनेश को लेकर गुजरात रवाना हो गया।
छोड़ चुके थे उम्मीद

दिनेश को लेने अपना घर पहुंचे मुकेश ने बताया कि ज्यादातर परिजन अब दिनेश के लौटने की उम्मीद छोड़ चुके थे, लेकिन यकायक मिली सूचना ने सभी की मुस्कान लौटा दी। मुकेश ने बताया कि वह आठ सौ किमी का सफर करके यहां पहुंचा है। इस बीच घर से हर घंटे पर फोन आते रहे और दिनेश के बारे में पूछते रहे। मुकेश ने बताया कि सभी परिजन दिनेश के घर पहुंचने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। खास तौर से बुजुर्ग पिता की तो मुराद ही पूरी हो गई है।
अपना घर का जताया आभार

मुकेश ने भाई से मिलने के बाद अपना घर प्रशासन का आभार जताया। मुकेश ने कहा कि आज वह अपने भाई को पाकर बेहद खुश है। अपना घर ने उसके परिवार की खुशियां वापस लौटाई हैं। मुकेश ने कहा कि पिता की तबीयत ठीक नहीं थी। ऐसे में वह नहीं आ सके, लेकिन उन्होंने दिल से अपना घर प्रशासन का आभार जताया।
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