छोड़ चुके थे उम्मीद दिनेश को लेने अपना घर पहुंचे मुकेश ने बताया कि ज्यादातर परिजन अब दिनेश के लौटने की उम्मीद छोड़ चुके थे, लेकिन यकायक मिली सूचना ने सभी की मुस्कान लौटा दी। मुकेश ने बताया कि वह आठ सौ किमी का सफर करके यहां पहुंचा है। इस बीच घर से हर घंटे पर फोन आते रहे और दिनेश के बारे में पूछते रहे। मुकेश ने बताया कि सभी परिजन दिनेश के घर पहुंचने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। खास तौर से बुजुर्ग पिता की तो मुराद ही पूरी हो गई है।
अपना घर का जताया आभार मुकेश ने भाई से मिलने के बाद अपना घर प्रशासन का आभार जताया। मुकेश ने कहा कि आज वह अपने भाई को पाकर बेहद खुश है। अपना घर ने उसके परिवार की खुशियां वापस लौटाई हैं। मुकेश ने कहा कि पिता की तबीयत ठीक नहीं थी। ऐसे में वह नहीं आ सके, लेकिन उन्होंने दिल से अपना घर प्रशासन का आभार जताया।