scriptचंबल प्रोजेक्ट: वर्क ऑर्डर के बाद दूसरी कंपनी ने भी शुरू नहीं किया काम | After the work order, the other company did not even start the work | Patrika News

चंबल प्रोजेक्ट: वर्क ऑर्डर के बाद दूसरी कंपनी ने भी शुरू नहीं किया काम

locationभरतपुरPublished: May 17, 2021 04:03:55 pm

Submitted by:

Meghshyam Parashar

-लंबे समय बाद भी कंपनियों पर नहीं कार्रवाई का डर, अब राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने दुबारा से दिए निर्देश

चंबल प्रोजेक्ट: वर्क ऑर्डर के बाद दूसरी कंपनी ने भी शुरू नहीं किया काम

चंबल प्रोजेक्ट: वर्क ऑर्डर के बाद दूसरी कंपनी ने भी शुरू नहीं किया काम

भरतपुर. जिले में लंबे समय से चल रहे चंबल प्रोजेक्ट की उलझन अब तक समाप्त नहीं हो सकी है। पिछले कुछ माह पहले राजस्थान पत्रिका की ओर से यह मुद्दा उठाने के बाद कंपनियों को नोटिस जारी किए गए थे। क्योंकि कंपनी ने कार्य को ही सबलेट कर रखा था। अब रविवार को चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग की वीसी के माध्यम से हुई बैठक में भी यह मामला दुबारा से सामने आया।
जिले की कोविड-19 महामारी के दौरान चिकित्सा, पेयजल, विद्युत व्यवस्थाओं की वीसी के माध्यम से समीक्षा बैठक में राज्यमंत्री गर्ग ने कहा कि चंबल परियोजना प्रतिभा के स्थान पर जी इन्फ्रा को कार्यादेश जारी होने के बाद भी कार्य शुरू न करने पर नोटिस जारी किया जाए। साथ ही जिला कलक्टर राज्यस्तर पर भी वार्ता करें। अधिकारियों से कहा कि वे क्षेत्र में जागरूक रहकर संवेदनशीलता के साथ जनभावना से मानवता की सेवा करें। उन्होंने स्थानीय जनप्रतिनिधियों महापौर, वार्ड पार्षद, प्रधान, सरपंच, वार्ड पंचों से आग्रह किया कि वे यथासंभव अपने क्षेत्र के जरुरतमंद लोगों की हरसंभव मदद कर राज्य सरकार का कोई भी व्यक्ति भूखा न सोये के संकल्प को पूरा करें। उन्होंने जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि वे आरएमआरएस की तर्ज पर सीएचसी एवं पीएचसी स्तर पर सीएचसी विकास समिति एवं पीएचसी विकास समितियों का गठन कर जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय वरिष्ठ अधिकारियों को जोड़कर भामाशाहों के सहयोग से चिकित्सा संस्थानों को आधुनिक तकनीक से जोड़कर बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराएं। उन्होंने सीएमएचओ एवं पीएमओ को निर्देश दिए कि वे सीमित चिकित्सा संसाधनों एवं उपकरणों का बेहतर एवं अधिकतम उपयोग किया जाना सुनिश्चित करें। साथ ही खराब वेन्टीलेटर व अन्य उपकरणों की तत्काल मरम्मत कराएं। उन्होंने चिकित्सा प्रशासन एवं नगर निगम को आपसी समन्वय बनाए रखकर आरबीएम तथा कोविड केयर सेन्टर में बेहतर सफाई व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए। इसके लिए संविदा या जॉव बेसिस पर सफाईकर्मियों की भर्ती करें। उन्होंने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को निर्देश दिए कि वे स्वच्छ भारत मिशन के तहत विधानसभा क्षेत्र की समस्त ग्राम पंचायतों में चार-चार सफाईकर्मियों को नियुक्ति दे। इससे ग्राम में सफाई के साथ लोगों को रोजगार मिल सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे लक्ष्य आधारित नीति पर कार्य न करे लक्ष्यों को न्यूनतम कार्य मानकर सभी पात्रों को लाभान्वित कराएं। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध शराब की आवाजाही रोकने तथा शहरी क्षेत्र में तथा वॉर्डर एरिया में सीसीटीवी कैमरे के लिये तकमीना देने के निर्देश दिए। इससे इन क्षेत्रों में कैमरे लगाकर बढते अपराधों पर रोक लगाई जा सके।
सफाई निरीक्षक संजय को हटाने के निर्देश

बैठक में राज्यमंत्री गर्ग ने नगर निगम के सफाई निरीक्षक संजय के आम आदमी के प्रति दुव्र्यवहार की शिकायतें मिलने पर हटाने के निर्देश दिए। डॉ. गर्ग ने चिकित्सा प्रशासन को निर्देश दिए कि वे समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर 10 किलोवॉट का डीजी जनरेटर सैट लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि महामारी की तीसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुए आरबीएम में एक हजार ऑक्सीजन गैस सिलेण्डर भरने की क्षमता के ऑक्सीजन जनरेशन संयंत्र लगाने की व्यवस्था के साथ ही आरबीएम के सामान्य वार्डों में भी ऑक्सीजन पाइपलाइन प्राथमिकता से डलवाया जाना सुनिश्चित करें।
सीएमएचओ करेंगे उपखंडों का नियमित भ्रमण

उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि वे वैक्सीनेशन सेन्टर व सैम्पलिंग सेन्टरों को एक ही भवन में संचालित न कर अलग-अलग स्थानों पर संचालन करें। साथ ही सुपर स्प्रेडर की श्रेणी में आने वाले व्यवसायी के प्राथमिकता से सैम्पलिंग एवं टीकाकरण कराए जाने की व्यवस्था करें तथा ठेले वाले को एक स्थान पर भीड़ करने के बजाय उनको स्थान चिन्हित कर खुले स्थानों पर मार्किंग कर ऐसे स्थानों पर रखें। उन्होंने सीएमएचओ को समस्त उपखण्डों का नियमित भ्रमण कर उपखण्ड स्तरीय चिकित्साकर्मियों की समस्याओं का समाधान एवं हौसला अफजाई करने के निर्देश दिए। इससे उनमें सुरक्षा की भावना बनी रहे साथ ही किसी भी मरीज के उपचार के लिए भर्ती करने से मना नहीं करें क्योंकि यह हमारा पहला दायित्व है तथा स्थानीय नागरिक सुविधानुसार बाहर भर्ती होने पर भी उसका हरसंभव सहयोग करें। उन्होंने कहा ऑक्सीजन, उपकरणों एवं दवाओं की कोई कमी नहीं आने देंगे। उन्होंने आईएलआई रोगियों को 10 हजार चिकित्सा किट वितरण के लिये तैयार कराने के निर्देश जिला कलक्टर को दिए।

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