देश में संक्रमण के संकट के दौर को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में आयुष मंत्रालय से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। उन्होंने बेहतर स्वास्थ्य की दृष्टि से आयुर्वेद विभाग एडवाइजरी जारी करने के निर्देश दिए। बताया कि आयुर्वेद औषधि में प्रतिरक्षा (रक्षा प्रणाली) बढ़ाने की क्षमता है। आयुर्वेद इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। क्योंकि आयुर्वेद जीवन का विज्ञान होने के साथ प्रकृति का उपहार भी है, जो पौधों पर आधारित है।
-ये हैं आयुर्वेद की एडवाइजरी-
1-पूरे दिन गर्म पानी पीएं
2-कम से कम तीस मिनट योगाभ्यास करें
3-हल्दी, जीरा, धनिया व लहसून खाएं
4-सुबह 10 ग्राम च्यवनप्राश खाएं
5-तुलसी व दालचीनी से बने काढ़े की चाय पीएं
6-कालीमिर्च, सूखी अदरक व किशमिश खाएं
7-150 एमएल गर्म दूध में हल्दी डालकर पीएं
8-नाक में तिल का तेल या घी लगाएं
9-गले में खराश पर पुदीना के पत्ते व अजवाइन को मिलाकर भाप लें
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आयुर्वेद विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक चंद्रप्रकाश दीक्षित ने बताया कि यही आयुर्वेद की जारी एडवाजरी है जिसे अपनाने के साथ घरों से बाहर नहीं निकले और हाथों को धोकर विधि का उपयोग करें। इससे शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढऩे के साथ रोगों से लडऩे की शक्ति मिलेगी। वीसी के माध्यम से देश के प्रमुख वैधों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके चलते जिले भर में लगभग 80 हजार लोगों को काढ़ा भी पिलाया गया है।
आयुर्वेद विभाग भरतपुर में उपनिदेशक डॉ. निरंजन का कहना है कि संक्रमण के प्रभाव को देखते हुए आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद की एडवाजरी जारी की है। लोग इस विधि को अपनाएं। वहीं विभाग ने इस संकट में करीब 80 हजार लोगों को काढ़ा पिलाया है। कार्य अब भी जारी है।