परिजनों के भरोसे ही मरीज आरबीएम के गेट पर लगे महज एक ट्रॉली पुलर से व्यवस्थाएं सहज नहीं हो पा रही हैं। ऐसे में मरीज अब परिजनों के कांधों के भरोसे ही नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को भी कई मरीजों को उनके परिजन हाथों पर उठाकर लाए तो कई कंधों का सहारा देकर अंदर तक ले गए। ट्रॉली पुलरों के अभाव में हर रोज अव्यस्थाएं हो रही हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन की ओर से अभी राहत देने के कोई इंतजाम नहीं हो पा रहे हैं। खास बात यह है कि यह सब चिकित्सा राज्यमंत्री के क्षेत्र में हो रहा है। इसके बाद भी उनका मौन टूटने का नाम नहीं ले रहा है।