जहां से करीब 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया व तलाशी ली गई। पुलिस देर शाम इन सभी को पूछताछ करने के बाद आवश्यक दस्तावेज लेकर छोड़ दिया। उल्लेखनीय है कि इन दोनों स्थानों पर बाबरिया गिरोह (
Babaria gang ) से जुड़े लोग निवास करते हैं। ये परिवार शादियों में बैग चुराने, बच्चों के माध्यम से चोरी कराने समेत आपराधिक वारदातों को अंजाम देते हैं।
जानकारी के अनुसार आठ जुलाई को चिकसाना थाने के गांव नाई के नगला में कच्छा-बनियान गिरोह के आधा दर्जन बदमाशों ने पुलिसकर्मी (
Bharatpur police ) के घर पर रविवार देर रात धावा बोलकर दो लाख रुपए नकद और 13 लाख के आभूषण लूट लिए थे। वारदात के दौरान परिवार वालों ने विरोध किया तो उन्होंने उन्हें डंडों से पीटा था। पुलिस ने पिछले पांच दिन से इस गिरोह की तलाश कर रही है। चूंकि चिकसाना क्षेत्र में आजादनगर होने के कारण पुलिस से बाबरिया गिरोह के वारदात में शामिल होने पर आशंक व्यक्त कर रही थी।
सीओ ग्रामीण परमाल सिंह के नेतृत्व में आजादनगर व सीओ सिटी हवासिंह रायपुरिया के नेतृत्व में रंजीतनगर कच्ची बस्ती में दबिश दी गई। पुलिस की कार्रवाई के भय से दोनों ही बस्तियों के लोग भाग गए। एक बार तो दोनों बस्तियों में सन्नाटा पसर गया। पुलिस ने हिरासत में लिए गए लोगों को बस से संबंधित दोनों थानों में लाकर करीब तीन घंटे तक पूछताछ की। पुलिस ने बताया कि पूछताछ में काफी सुराग मिले हैं। इसलिए पुलिस टीमों का गठन कर संबंधित स्थानों पर भेजा गया है।
पुलिस का कहना है कि बाबरिया गिरोह का नेटवर्क पूरे प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में फैला होने के कारण कुछ परेशानी आ रही थी, लेकिन इस कार्रवाई से काफी हद तक सुराग हाथ लगे हैं। जल्द ही कच्छा-बनियान गिरोह के अलावा अन्य वारदातों का भी खुलासा किया जाएगा।