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बाघिन एसटी-5 को खोजने में इतने करोड़ का खर्चा, फिर भी नहीं है कोई अता-पता

locationअलवरPublished: Apr 11, 2018 08:56:47 am

Submitted by:

Prem Pathak

सरिस्का में बाघिन एसटी-5 को खोजने में 2 करोड़ से अधिक का खर्चा आ चुका है, लेकिन अभी तक सरिस्का प्रशासन के हाथ खाली है।

CRORES OF EXPENSE ON SARISKA TIGRESS ST-5
अलवर. सरिस्का में बाघिन एसटी-5 को ढूंढ़ पाना खासा सिरदर्द बन गया है। हालत यह है एक बाघिन को ढूंढऩे पर दो करोड़ से ज्यादा राशि खर्च करनी पड़ गई, फिर बाघिन की तलाश के नाम पर सरिस्का प्रशासन फिलहाल खाली हाथ है।
सरिस्का बाघ परियोजना में बाघिन एसटी-5 को खोजने के सभी तरीके अब तक व्यर्थ साबित हुए हैं। करीब दो महीने की तलाश के बाद भी बाघिन सरिस्का में है या नहीं, या फिर किस हाल में है, यह कह पाना सरिस्का प्रशासन के लिए मुश्किल हो रहा है। पारम्परिक तरीकों के बाद कैमरा ट्रैप की मशक्कत भी बाघिन को खोज पाने में विफल रही है। यही कारण है कि पिछले दिनों एनटीसीए प्रोटोकॉल से बाघिन की तलाश करने के आदेश देने पड़े।
ज्यादातर कैमरे बीट गाड्र्स तक पहुंचे

सरिस्का में लगने वाले कैमरे ज्यादातर बीट गाड्र्स तक पहुंच गए हैं। इन कैमरों को बीट गाड्र्स के दिशा निर्देशन में लगवाया जा रहा है। नियमानुसार कैमरे से 25 दिन की मॉनिटरिंग करने के बाद ही बाघिन को लेकर किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है। वैसे सरिस्का में कैमरे लगाने का काम गत एक महीने से चल रहा है, लेकिन अब तक एनटीसीए के प्रोटोकॉल के अनुसार पूरे कैमरे नहीं लग पाए हैं। इससे सवाल खड़ा हो गया कि बाघिन के निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए 25 दिन की गणना कब से की जाए।
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