आरोपित युवक और उसके दो दोस्त भी भरतपुर नहीं आए थे। छात्रा ने 30 जून को दादी के मोबाइल से करीब एक घंटे तक आरोपित से बात की और धमकी दी कि वह उससे मिलने नहीं आया तो ‘जहर खाकर जान दे देगी’। इससे आरोपित डर गया था और छात्रा से मिलने के लिए हां कर दी लेकिन भरतपुर नहीं आया और नदबई के डहरामोड ही रुक गया।
सीओ शहर आवडदान रत्नू ने बताया कि 4 जुलाई 2018 को चिकसाना थाना क्षेत्र के एक गांव की नाबालिग छात्रा के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया था। इस पर छानबीन की और थानाधिकारी चिकसाना श्रवण पाठक ने सिकंदरा (दौसा) थाना क्षेत्र के गांव मौलाई निवासी 22 वर्षीय प्रकाशचंद पुत्र जगदीश मीना को हिरासत में लिया था।
चलती कार में दलित छात्रा से किया सामूहिक दुष्कर्म, बेहोशी की हालत में सडक़ पर फेंका कॉल डिटेल और अन्य जानकारियों के आधार पर यह खुलासा हुआ कि छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म नहीं हुआ था। वह आरोपित प्रकाशचंद से मिलने भरतपुर देर रात आई थी और चलते ऑटो से कूदने से घायल हो गई थी। इसके बाद शुक्रवार को प्रकाशचंद को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टेम्पो के चालक की भी तलाश कर रही है।