छह फीट दीवार शिकारियों को रोकने में नाकाम विश्वविख्यात और पक्षियों के लिए स्वर्ग कह जाने वाला (Keoladeo National Parkh) 29 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है। इसके चारों तरफ पत्थर से बनी करीब छह फीट की चारदीवारी है, लेकिन यह चारदीवारी शिकारियों की घुसपैठ रोकने में नाकाम साबित हो रही है। घना में शिकारियों की घुसने की यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी शिकारी सुरक्षा में सेंध लगा अंदर घुस चुके हैं। उधर, विभागीय अधिकारी भी मानते हैं कि घना की चारदीवार छोटी पड़ रही है, शिकारी व बाहरी व्यक्तियों की घुसपैठ रोकने के लिए दीवार को 10 फीट को ऊंचा करने का एक प्रस्ताव बनाकर मुख्यालय भेजा है।
घना पूर्व में रह चुका शिकारगाह घना भले ही आज पक्षियों के लिए सुरक्षित सैरगाह मानी जाती हो लेकिन पुराने समय में यह शिकारगाह के रूप में था। यहां पर पहली बार वाइस राय लॉर्ड कर्जन के साथ 1 दिसम्बर 1902 को शिकार हुआ। इसके बाद भारत के वाइस राय एवं गर्वनर जनरल लॉर्ड लिनलिथगो की मौजूदगी में 12 नवम्बर 1938 में पहली बार सर्वाधिक 4 हजार 237 पक्षियों का शिकार हुआ। इस स्थल को वर्ड सेंचुरी बना दिया। इसके बाद 1981 में राष्ट्रीय उद्यान बनाया और नवम्बर 1982 में इसका नोटिफिकेशन जारी हुआ।
(UNESCO) ने घना को वर्ष 1985 में विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया।