जेल अधीक्षक सुधीर पूनिया ने बताया कि केन्द्रीय कारागार से सुबह चालानी गार्ड कैदी जैकम पुत्र समसू को तारीख पेशी पर कामां कोर्ट लेकर गए थे। तारीख होने पर उसे दोपहर बाद उसे जेल दाखिल कराने चालानी गार्ड लेकर पहुंचा। यहां गेट पर जांच के दौरान कैदी की चाल पर जेल कर्मियों को शक हुआ। जिस पर उससे पूछताछ की तो उसने गुदा में एक मोबाइल छिपाकर लाना बताया। जानकारी होने पर जेल कर्मियों ने अधिकारियों को अवगत कराया और उसे जिला आरबीएम अस्पताल ले गए। यहां चिकित्सकों ने जांच के बाद मोबाइल आंत में होने की बात कही और मोबाइल को ऑपरेशन कर निकालने के लिए एसएमएस जयपुर रैफर कर दिया। कैदी को वापस जेल लेकर पहुंचे, यहां उसने जयपुर जाने से पहले गार्ड से टायलेट जाने के लिए कहा। टायलेट के दौरान मोबाइल वापस बाहर निकल आया, जिस पर जेल प्रशासन ने राहत की सांस ली। जेल प्रशासन यह जांच करने में जुटा है कि उसके पास तारीख पेशी में मोबाइल कैसे पहुंचा। इस मामले में चालानी गार्डों से पूछताछ हो सकती है।