केवला देव राष्ट्रीय उद्यान में बकालिया के समीप जलक्रीडा करते और जलाशय के ऊपर उड़ान भरते पैलीकन पक्षी। इस बार घना पक्षी विहार में रिकॉर्ड पैलीकन पक्षी पहुंचे।
भरतपुर के केवला देव राष्ट्रीय उद्यान में सूर्योदय के दौरान पेड़ की टहनी पर बैठे कॉर्वोनेन्ट पक्षी
सूर्योदय का स्वागत: भरतपुर के केवला देव राष्ट्रीय उद्यान में सूर्योदय के समय आसमान में बिखरी लालिमा और मानो सूर्यदेव का स्वागत करने के लिए उड़ान भरते पक्षी।
प्रकृति की अनुपम छटा: चहुं ओर फैली हरियाली सुकून देती है तो पतझड़ भी एक अलग अनुभूति कराता है। इन दिनों भरतपुर के घना पक्षी विहार मे पतझड़ के कारण मार्ग में पेड़ों के गिरते पत्ते ऐसा आभास कराते हैं मानो वसंत के आगमन के स्वागत के लिए वो पलक-पांवड़े बिछाए हुए हैं। पेड़ पर बैठे परिंदों व प्रकृति की अनुपम छटा को कैमरों में कैद करते हुए पर्यटक हर तरफ नजर आ जाते हैं।
भरतपुर के केवला देव राष्ट्रीय उद्यान में सांपन मोरी के समीप अठखेलियां करते चाइना कूट पक्षियों का झुंड।
भरतपुर के केवला देव राष्ट्रीय उद्यान में प्रकृति की सुन्दरता से अभिभूत होकर नृत्य करता इण्डियन सारस का जोड़ा।