उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की ओर से संसद में एससी-एसटी एक्ट के कानून को वापस पुराना स्वरूप देने के लिए बिल लाने से पहले भाजपा नेता पीपी चौधरी के यहां बैठक हुई थी। इसमें भाजपा नेता रामलाल की ओर से पार्टी सांसदों को बिल के प्रचार-प्रसार करने और एसएसी-एसटी समाज के लोगों को समझाने की बात कही थी।
ना खेल मैदान है ,ना संसाधन…कैसे बने खिलाड़ी…खिलाड़ियों से खेलती सरकार…देखिए विशेष रिपोर्ट… इस बैठक में भी उन्होंने इस बिल के लाने से पार्टी को 1 फीसदी फायदा और नुकसान ज्यादा होने की बात कही थी। कोली ने कहा कि इस बिल के बाद से सवर्ण समाज के लोगों में आक्रोश है और वह आगामी चुनाव में ‘नोटा’ के पक्ष में मतदान करने की बात कह रहे हैं।
राजस्थान के इस हिस्से की प्यास बुझाएगा यमुना का पानी, गौरव यात्रा के दौरान सीएम राजे ने फिर खोला तोहफों का पिटारा कोली ने कहा कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को वापस विजयी बनाना है और 2019 के चुनाव में प्रधानमंत्री को पुन: देश का प्रधानमंत्री बनाना है लेकिन इस कानून से पार्टी की मुश्किल बढ़ गई है। उन्होंने केन्द्र सरकार को कानून को लेकर पुन: विचार करने का आग्रह किया है।
छात्रसंघ चुनाव की झलकियां: सिरोही पीजी कॉलेज में 72.98, विधि में 80.58, महिला में 77.13 फीसदी मतदान राजस्थान में महिलाओं की सुरक्षा के लिए CM वसुंधरा राजे ने किया बड़ा एेलान, प्रदेश में जल्द महिलाओं के लिए लाया जाएगा ये महत्वपूर्ण बिल