पर्यटन मंत्री ने मुखर्जी नगर, रणजीत नगर, सर्कुलर रोड, कुम्हेर गेट, हीरादास, गणेश मन्दिर, काली की बगीची, शीशम तिराहा, राजेन्द्र नगर, जवाहर नगर, कृष्णा नगर, मानसिंह सर्किल, अछनेरा रोड, सर्किट हाउस रोड, बृज नगर आदि का निरीक्षण किया। रणजीत नगर में सड़क निर्माण में 100 मीटर का हिस्सा छोड़ दिया गया है इससे हादसों का खतरा है। उन्होंने अधिकतम 15 दिन में अधूरा पड़ा कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। दौरे के बाद जिला कलक्टर, यूआईटी सचिव दाताराम और अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़क किनारे पड़ी बजरी, ईंट और अन्य अतिक्रमण को तत्काल हटाएं। इससे सड़क हादसे हो रहे हैं और शहर का सौंदर्यकरण प्रभावित हो रहा है। सड़क के बीच में लगे प्रत्येक स्ट्रीट लैम्प के पास गड्डा हो रहा है इससे सड़क हादसे हो रहे हैं। उन्होंने खाली प्लॉटों में भरे पानी को निकलवाने तथा प्लॉट मालिक से इसका खर्चा वसूल करने तथा इस लापरवाही पर प्लॉट आवंटन निरस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीवरेज लाइन डालने के लिए काटी गई सड़क का समय पर पुनर्निर्माण नहीं होने पर नाराजगी जताई। पर्यटन मंत्री ने सात दिवस के भीतर बीएसएफ प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। इसे तैयार करने में विलंब के चलते शहर का विकास प्रभावित हो रहा है। सीवरेज लाइन का कार्य सकुर्लर रोड के बाहर लार्सन एण्ड टूब्रो तथा भीतर आरयूआईडीपी की ओर से किया जा रहा है। सीवरेज संबंधी प्रत्येक कार्य 27 दिसम्बर की डेडलाइन तक पूर्ण न करने पर सम्बन्धित अधिकारी और ठेकेदार के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। एमएसजे कॉलेज ग्राउन्ड में मिट्टी डालने का कार्य तीन करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है। इसमें से एक करोड़ रुपए की लागत का कार्य पूर्ण हो चुका है। पर्यटन मंत्री ने बताया कि कितनी ही मिट्टी डलवा लो, जब तक मिट्टी की लैब जांच कर इसमें जिप्सम नहीं मिलाया जाएगा, लवणता की समस्या दूर नहीं होगी तथा बारिश में जल भराव होता रहेगा। उन्होंने अमृत योजना में शहर में हरित पट्टी बनाने तथा पार्क विकसित करने के कार्य में प्रगति नहीं होने पर सम्बन्धित अधिकारी को लताड़ लगाई। फुलवारी पार्क को 50 लाख रुपए की लागत से विकसित किया जाना है लेकिन कार्यकारी एजेन्सी सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से अभी तक कार्य शुरू नहीं किया गया। कृष्णा नगर पार्क में पौधारोपण व घासरोपण नहीं करने पर नाराजगी जताई।