जिले में और भी इलाकों को लेकर हो सकती है पूछताछ बताया जा रहा है कि एसीबी जिस हिसाब से इस प्रकरण की जांच कर रही है, उससे नजर आ रहा है कि इस प्रकरण की जांच का दायरा अन्य प्रकरणों से भी जोड़ा जा सकता है। क्योंकि जिले में लंबे समय से पुलिस तंत्र में मंथली व भ्रष्टाचार के मामले सामने आते रहे हैं। ऐसे में संभव है कि डेढ़ साल पुराने रूपवास, कामां, पहाड़ी के प्रकरणों को जोड़कर भी जांच की जा सकती है।
पुलिस अधिकारी साध रहे चुप्पी, रिकार्डिंग के डर से नहीं कर रहे बात बताया जा रहा है कि इस प्रकरण के बाद तमाम एसएचओ व पुलिस अधिकारी भी बड़ी सावधानी बरत रहे हैं। क्योंकि उन्हें रिकार्डिंग का डर सता रहा है। इसलिए कुछ तो बात करने से ही कतरा रहे हैं। क्योंकि इस प्रकरण को लेकर दो एसएचओ ने रिकार्डिंग भी एसीबी को सौंपी है। हालांकि एसीबी के अधिकारियों ने उनकी जांच कराने का दावा किया है।