नहीं कर सकेंगे फर्जी शिकायत
भरतपुरPublished: Sep 25, 2015 11:39:00 pm
पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने को लेकर
किए गए इस बदलाव का असर जमीनी स्तर पर दिखाई देने लगा है।
भरतपुर।पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने को लेकर किए गए इस बदलाव का असर जमीनी स्तर पर दिखाई देने लगा है। जानकारी के मुताबिक राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर पहले कोई भी किसी भी नाम से शिकायत दर्ज करा देता था। इसमें होने वाले फर्जीवाड़े को देखते हुए पहले मोबाइल नम्बर की अनिवार्यता रखी गई।
इसके बाद हाल ही में पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने के दौरान वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) की व्यवस्था को भी लागू कर दिया गया है। इस व्यवस्था के लागू होने के बाद से अब फर्जी तरीके से दर्ज होने वाली शिकायतों पर कुछ हद तक अंकुश लगने लगा है।
इसलिए उठाना पड़ा कदम
प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि पोर्टल पर पहले फर्जी नाम तथा नम्बर से शिकायतें दर्ज हो जाती थी। इन शिकायतों को वैरीफाई करने के दौरान प्रशासनिक स्तर पर काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। धीरे-धीरे फर्जी शिकायतों की समस्या ज्यादा बढ़ने के बाद विभागीय स्तर पर पोर्टल में बदलाव करने को लेकर कदम उठाना पड़ा।
बदलाव का यह नुकसान भी
पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराने को लेकर मोबाइल नम्बर तथा ओटीपी पासवर्ड की व्यवस्था लागू करने के बाद से ग्रामीण अंचल में कई लोगों को शिकायत दर्ज कराने में परेशानी भी हो रही है। शिकायत दर्ज कराने वाले कई लोगों के पास मोबाइल नम्बर नहीं होने के चलते उन्हें आस-पड़ौस के लोगों के मोबाइल नम्बर का सहारा लेना पड़ रहा है।
अधिकारी डाल रहे अपने नम्बर
जिले के ललिता मूडिया में हाल में सुनवाई के दौरान डिस्पेंसरी की समस्या सामने आने पर मोबाइल नम्बर के अभाव में एडीएम प्रशासन ओ.पी.जैन को अपना मोबाइल नम्बर डालकर कॉलम की पूर्ति करनी पड़ी थी।
भरतपुर शहर के राजेंद्र नगर में सड़क के आसपास कचरा फैलाने आदि की शिकायत करने आए लोगों के पास भी मोबाइल नम्बर नहंी होने पर एडीएम प्रशासन ने अपना मोबाइल नम्बर डालकर शिकायत दर्ज कराई।
झीरौटी सेआए भूरो अपनी बेटी की शादी के लिए बीपीएल के तहत सहायता की मांग की। इसे पोर्टल पर दर्ज करने के लिए मोबाइल नम्बर पूछने पर भूरो ने मोबाइल नम्बर की असमर्थता जताई। बाद में पड़ौसी का नम्बर लिखवाया।
आमजन की समस्याओं को निस्तारित करने के लिए प्रशासन प्रयासरत रहता है। कुछ लोग फर्जी तरीके से शिकायत दर्ज करते हैं, इस पर रोक लगाने के लिए मोबाइल नम्बर व ओटीपी पासवर्ड की व्यवस्था की गई है।
ओ.पी.जैन, एडीएम प्रशासन, भरतपुर
10 मिनट तक रहेगा प्रभावी
जानकारी के मुताबिक राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर अब शिकायत दर्ज कराने के दौरान शिकायतकर्ता जिस मोबाइल नम्बर को दर्ज कराएगा, उस पर मुश्किल से 5 से 10 सैकण्ड में 4 अंको का ओटीपी पासवर्ड पोर्टल की तरफ से आएगा।
इस पासवर्ड को पोर्टल में दर्ज करने के बाद ही शिकायत रजिस्टर हो सकेगी। एक बार में मिलने वाला ओटीपी पासवर्ड केवल 10 मिनट तक प्रभावी रहेगा। इसके बाद दूसरा पासवर्ड लेना होगा।