यहां भरतपुर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में विभिन्न शाखाओं में कार्यरत कर्मचारियों को रोटेशन के अनुसार बुलाया जा रहा है। इसमें जिस सीट पर दो कर्मचारी लगे हुए थे, वहां एक कार्मिक को रोटेशन के तहत घर भेज दिया। व्यवस्था यह रखी गई थी पहले कर्मचारी की तय समय पूरा होने पर दूसरे को बुलाया गया। वहीं, काम की अधिकता नहीं होने पर उसे दूसरे दिन कार्यालय बुलाया और पहले कर्मचारी को विश्राम दिया गया। इस व्यवस्था में भी विभागीय कामकाज पर सामान्य तौर पर जारी रहा। पुलिस अधीक्षक हैदरअली जैदी ने बताया कि जिले का 75 फीसदी स्टाफ को फील्ड में ड्यूटी पर रखा गया है। जबकि शेष 25 फीसदी कर्मचारियों को जो कार्यालयों में तैनात हैं उन्हें रोटेशन प्रक्रिया के तहत बुलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस की ड्यूटी फील्ड से जुड़ी है इस वजह से ज्यादातर स्टाफ को संबंधित प्वाइंट और थाने के अनुसार ड्यूटी लगाई गई थी। उन्होंने बताया कि वर्क फ्रॉम होम तनावपूर्ण माहौल में कामकाज के लिहाज से बेहतर है।