-जनसुनवाई में गंदे पानी की बोतल लेकर पहुंची महिलाएं, प्रभारी मंत्री रमेश मीणा ने संबंधित विभाग को अधिकारियों को थमाई पानी की बोतलें
प्रभारी मंत्री पर फूटा महिलाओं का गुस्सा…बोलीं: पीकर देखिए ऐसा खारा पानी, रोज सप्लाई में ऐसा आ रहा
भरतपुर. प्रभारी मंत्री रमेश मीणा की मंगलवार को हुई जनसुनवाई में कुछ महिलाएं बोतल में गंदा पानी भरकर पहुंची और मंत्री से पानी पीने के लिए कहा। एकबारगी मंत्री भी आश्चर्य में पड़ गए। मंत्री ने तुरंत ही पानी की बोतलें संबंधित विभाग के अधिकारियों को थमा दी। महिलाओं का आरोप था कि हर रोज सप्लाई में ऐसा ही पानी मिल रहा है। पंचायत समिति नगर के सभागार में पंचायतीराज मंत्री रमेश मीणा की जनसुनवाई का आयोजन किया गया। इसमें जिला कलक्टर आलोक रंजन सहित जिला एवं ब्लॉक स्तर के अधिकारी मौजूद रहे। जनसुनवाई में पानी व बिजली की समस्या का मुद्दा छाया रहा। इसमें करीब 120 परिवाद आए। इनमें से अधिकतर चंबल के पानी की समस्याएं थीं। इसके तहत चम्बल परियोजना व जलदाय विभाग की लापरवाही सामने आई। इस मंत्री मीणा ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि चम्बल पेयजल की समस्या से जूझ रहे गांवों में शीघ्र ही पेयजल समस्या का समाधान किया जाए। वहीं जहां पाइपलाइन नहीं है वहां टैंकरों से पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। चम्बल परियोजना के तहत कस्बे व ग्रामीण क्षेत्रों में विभाग की ओर से सड़कों को खोदकर पाइपलाइन बिछाई गई है लेकिन पाइपलाइन बिछाने के बाद सड़कों को नहीं बनाया गया। इसके लिए चम्बल परियोजना के अधिकारियों ने बताया कि कम्पनी को नोटिस देकर जबाब मांगा है। साथ ही ग्राम विकास अधिकारी से सड़क निर्माण में आने वाले खर्चे को लेकर प्लान मांगा गया है। इससे कम्पनी के भुगतान को रोककर ग्राम पंचायत को भुगतान किया जा सके। विद्युत आपूर्ति की समस्याओं को लेकर ग्रामीणों का कहना था कि ट्रांसफार्मर खराब होने के बाद महीनों तक उन्हें सही नहीं किया जाता। इस पर विद्युत निगम के अधिकारियों ने बताया कि जो ट्रांसफार्मर उन्हें मिलते है सब को दिए जा रहे हैं। बैठक में मंत्री ने जलदाय विभाग व चंबल परियोजना के अधिकारियों को भी फटकार लगाई।
किसान बोला…साहब पटवारी मांग रहा रिश्वत गांव बल्देव वास निवासी एक किसान ने पटवारी पर रुपए मांगने का आरोप लगाया। किसान ने बताया कि उसकी जमीन के बंटवारे को लेकर पटवारी के पास गए थे। पटवारी ने पहले तो करीब 80 हजार का खर्चा बताया लेकिन बाद में चालीस हजार रुपए मांगे। इधर, पटवारी कप्तान सिंह ने रुपए मांगने की बात को मजाक में कहना बताया। इस पर जिला कलक्टर आलोक रंजन ने पटवारी को निलंबित कर दिया। इस मौके विधायक वाजिब अली, एसडीएम, तहसीलदार भारतभूषण दीक्षित, पंचायत समिति प्रधान डॉ. आरिफ खान, विकास अधिकारी विजय जैन मौजूद रहे।
इनका कहना है -चम्बल की सप्लाई में गंदा पानी नहीं पहुंचा है। चम्बल एवं स्थानीय बोरवेल का पानी मिक्स होकर यहां पहुंचता है। बोरवेल का पानी खारा है। इसको लेकर लोगों में शिकायत थी। यह योजना घर-घर कनेक्शन की नहीं है। अवैध कनेक्शन समस्या बढ़ा रहे हैं। इसको लेकर एफआइआर के निर्देश दिए हैं। समस्या को लेकर कुछ जगह टैंकर पहुंचाने एवं शेष जगह शुद्ध पानी पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। नगर में और बेहतर व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।