निगम अधिकारियों ने बताया कि 31 मार्च तक भरतपुर जोन में 6 0 हजार नए विद्युत उपभोक्ता जोडऩे का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक करीब 10 हजार नए उपभोक्ताओं को जोड़ा जा चुका है। निगम की ओर जोन के चारों जिलों में यह अभियान 11 दिसम्बर को शुरू किया गया था। इसके तहत जिलों में निगम की ओर से शिविर लगाकर इन लोगों को मौके पर ही विद्युत कनेक्शन दिए जा रहे हैं। अभियान में जनवरी के प्रथम सप्ताह तक करीब 9 हजार 994 उपभोक्ताओं को जोड़ा जा चुका है।
जिले में कहां पर कितना घाटा जिले में विद्युत चोरी बड़े स्तर हो रही है। इसका अंदाजा निगम के आंकड़ों से लगाया जा सकता है। इसमें डीग क्षेत्र में सर्वाधिक विद्युत चोरी है। यहां आधी से अधिक विद्युत सप्लाई चोरी हो रही है। रूपवास में 57.49 फीसदी विद्युत चोरी व छीजत हो रही है। इसके बाद डीग में 56.49 फीसदी, कामां 56.94, कुम्हेर 51.36, नगर 49.38, भरतपुर तृतीय में 49.44, छौकरवाड़ा 47.8 5 फीसदी, उच्चैन 46 .8 5, बयाना 45.73, नदबई 36 .90 एवं वैर क्षेत्र में 25.74 में विद्युत चोरी हो रही है।
जिले में विद्युत चोरी में डीग व कामां अव्वल जिले में विद्युत चोरी के मामले में डीग व कामां अव्वल बने हुए हैं। इसके बाद कुम्हेर, नगर, छौकरवाड़ा व भरतपुर तृतीय का इलाका आता है। जिले में विद्युत चोरी अधिक होने से निगम को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। इस घाटे की पूर्ति करने के लिए निगम ने पिछले दिनों चोरी करने वाले उपभोक्ताओं को कनेक्शन देने की योजना बनाई थी।
किस जिले में कितने उपभोक्ता जुड़े विद्युत निगम की ओर से चलाए अभियान के तहत भरतपुर जोन के चारों जिलों में करीब दस हजार नए उपभोक्ताओं को कनेक्शन दिया गया है। इसमें भरतपुर में 3995, धौलपुर में 2022, करौली में 146 4 और सवाई माधोपुर जिले 2496 नए उपभोक्ता जुड़े हैं।
चोरी करने वालों के यहां छापामार कार्रवाई निगम बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ सख्त है। जोन में निगम की टीम लगातार इन लोगों के खिलाफ छापामार कार्रवाई कर जुर्माना वसूल रही हैं। साथ ही उन्हें विद्युत कनेक्शन लेने के लिए अधिकारी मौके पर समझाइश कर रहे हैं। निगम की योजना है कि जोन का घाटा कम से कम जा सके, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा दी जा सके।