टैंकरों से खरीद कर पानी पी रहे लोग
जलदाय विभाग की ओर से कस्बे में एक सप्ताह बाद पेयजल सप्लाई उपलब्ध कराई जाती है। वह भी नामात्र की। जिससें लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकने पर मजबूर होना पड़ता है। इसके अलावा 200-300 रुपए तक का पानी टैंकर मांगना पड़ता है। जिससे उन पर आर्थिक भार पड़ रहा है।
बोरों की हालत है नाजुक
जलदाय विभाग की ओर से लगाए गए बोरों की हालत खराब बनी हुई है। इसके चलते कस्बेवासियों आठ से दस दिन के अंतरात पीने का पानी उपलब्ध कराया जाता है। उसके कारण महिलाओं को पानी के लिए इधर उधर भटकना पड़ रहा है। महंगे दामों में टैंकरों से पानी बोतल खरीद रहे हैं।
जलदाय विभाग नहीं दे रहा ध्यान
सामाजिक कार्यकर्ता विजय मिश्रा ने बताया कि कस्बे में पानी की समस्या को लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से कई बार अवगत कराया जा चुका है पर कोई ध्यान नहीं है। कस्बे में लाइन जगह-जगह क्षतिग्रस्त पड़ी हुईं है जिनसे पानी व्यर्थ बह रहा है। ध्यान नहीं दिया तो आंदोलन करने पर मजबूर होना पड़ेगा। उधर, कनिष्ठ अभियंता राकेश शर्मा ने बताया कि पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने से पेयजल सप्लाई में व्यवधान आया था। पानी की सप्लाई में सुधार लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही नए बोरों का मिलान कराया जा रहा है। शीघ्र ही पानी की समस्या का समाधान करा दिया जाएगा।