प्रधान भजनलाल जाटव ने बताया कि सात जून को स्थापना व वित्तीय समिति की बैठक करना तय था। इसकी सूचना कार्यवाहक विकास अधिकारी राजीव जैन को दे दी गई। निर्धारित समय पर समिति के आठ सदस्य, उपप्रधान शहनाज, किरण बाला, गुरूविरन्दर कौर, सोनवती, संध्या शर्मा, ओमप्रकाश शर्मा, नसरू खां मौजूद थे। बैठक के लिए विकास अधिकरी राजीव जैन व पीओ राजेश कुमार, चेतनस्वरूप आदि मौजूद थे।प्रस्ताव के लिए रजिस्टर मंगाया गया तो रजिस्टर नहीं होने की बात कहकर अधिकारी-कर्मचारी उठकर चले गए। प्रधान ने आरोप लगाया है कि पूर्व मे भी कामां मे तैनात तत्कालीन विकास अधिकारी केके जैमन ने दबाव मे आकर बगैर बैठक 45 लाख की राशि का आवंटन कर दिया था। इसी तरह से अब रजिस्टर गायब होने की बात कही जा रही है। यह सब मुझे दलित प्रधान होने के कारण कर रहे हैं। ऐसे में सदस्यों ने निंदा प्रस्ताव लेकर मामले में अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस मामले में कार्यवाहक विकास अधिकारी राजीव जैन से बात की गई तो उन्होंने फोन काट दिया। व्यक्तिगत मिले पर कुछ भी बताने से मना कर दिया है।
-मेरे पास प्रधान का फोन तो आया था। लेकिन में पूरा विषय समझ नहीं पाया। व्यक्तिगत उपस्थित होकर जानकारी देने को कह दिया गया है।
– रामरतन शर्मा एसडीएम पहाड़ी