यहां केतन गेट के पास सुबह कुछ लोग सुजानगंगा नहर में मछलियों को दाना डालने आए थे, उन्हें भारी बदबू आई। जिस पर नीचे की तरफ देखा तो झांडिय़ों में कोई शव दिखाई दिया। सूचना मथुरा गेट थाना प्रभारी राजेन्द्र शर्मा मय जाब्ते मौके पर पहुंचे और मछुआरों की सहायता से शव को बाहर निकाला। शव पुराना होने पहचाना मुश्किल हो रहा था। मथुरा गेट पुलिस ने थाना क्षेत्र से लापता चल रहे दो व्यक्तियों के परिजनों को बुलाया। शव को देखकर पहले दोनों परिजनों ने शव उनका होने से मना कर दिया। करीब एक घंटे बाद पुलिस ने सूरजपोल गेट निवासी लापता अमरचंद पुत्र मान सिंह जाटव के परिवार की महिलाओं को बुलाया, उन्होंने कपड़े व मृतक के शरीर की कद-काठी को देख कर उसकी पहचान की। जिस पर पुलिस ने शव को अस्पताल की मोर्चरी भिजवाया।
नाराज ससुरालीजन दहेज के सामान को छोड़ गए मृतक अमरचंद की पुत्री प्रीति की गत 7 जुलाई को ही मथुरा निवासी एक व्यक्ति से शादी हुई थी। बताया जा रहा है दहेज के सामान को लेकर बेटी के ससुरालीजन नाराज होकर चले गए और सामान भी छोड़ गए। हालांकि, बहू को वह साथ ले गए। परिजनों ने बाद में सामान देने की बात कही थी। परिजनों का कहना कि वह फल विक्रेता के तगादे को लेकर वह कुछ दिन से परेशान थे। हालांकि, परिजनों ने स्पष्ट किया फल विक्रेता ने घर पर आकर तगादा नहीं किया। इस बीच गत 12 जुलाई को अचानक अमरचंद के लापता होने पर परिजनों ने तलाश किया लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। जिस पर 14 जुलाई को थाना मथुरा गेट में गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई। अमरचंद केतन गेट के पास फल की ढकेल लगाता था।
दो व्यक्ति चल रहे थे लापता शहर के थाना मथुरा गेट इलाके से दो व्यक्ति लापता थे। मृतक अमरचंद जाटव के अलावा एक और व्यक्ति राजेन्द्रनगर कॉलोनी निवासी था। उसके परिजनों ने भी थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। दोनों के परिजनों को मौके पर बुलाया था, इसमें राजेन्द्र नगर निवासी व्यक्ति के परिजनों ने शव देखकर पहचाने से इनकार कर दिया। बाद में दूसरा पक्ष असमंजस की स्थिति में था, जिस पर महिलाओं को बुलाकर पहचान कराई गई। उन्होंने कपड़े व कदकाठी देख कर शिनाख्त कर ली।