scriptकॉपरेटिव बैंक पर गहरा वित्तीय संकट, अब ऋण देने का आदेश | Deep financial crisis on the cooperative bank, now order to lend | Patrika News

कॉपरेटिव बैंक पर गहरा वित्तीय संकट, अब ऋण देने का आदेश

locationभरतपुरPublished: Apr 27, 2019 11:26:57 pm

Submitted by:

pramod verma

भरतपुर. नए वित्तीय वर्ष में सहकारी समितियों से जुड़े किसान सदस्यों को सैंट्रल कॉपरेटिव बैंक के माध्यम से एक अप्रेल से खरीफ पर अल्पकालीन फसली ऋण दिया जाता है।

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भरतपुर. नए वित्तीय वर्ष में सहकारी समितियों से जुड़े किसान सदस्यों को सैंट्रल कॉपरेटिव बैंक के माध्यम से एक अप्रेल से खरीफ पर अल्पकालीन फसली ऋण दिया जाता है। इस बार सरकार ने राज्य में 10 लाख नए किसानों को ऋण देने का आदेश दिया है। इनमें भरतपुर के किसान भी शामिल हैं, लेकिन किसानों के पूर्व में माफ किए गए 263 करोड़ रुपए के ऋण में से सरकार ने कॉपरेटिव बैंक के 165 करोड़ रुपए की वापसी नहीं की है। ऐसे में बैंक वित्तीय संकट से जूझते हुए अब नए किसानों को फसली ऋण देने में असमर्थ है।

यही वजह है कि भरतपुर सहित पूरे राज्य में कॉपरेटिव बैंक अब कंगाली की हालत से गुजर रही हैं। ऐसे में वित्तीय संसाधनों के अभाव में बैंक नए किसानों को फसली ऋण मुहैया कहां से कराएगी। इसलिए सहकारी बैंकों के स्तर पर ऋण वितरण की प्रक्रिया रुकी पड़ी है। यानि अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

सूत्रों का कहना है कि जिले में 265 सहकारी समितियां हैं, जिनमें करीब 1.5 लाख किसान सदस्य हैं। इन किसानों को कॉपरेटिव बैंक के माध्यम से फसली ऋण दिया जाता है। इनमें से लगभग 1.34 लाख किसान सदस्यों ने पिछले वित्तीय वर्ष में 263 करोड़ रुपए का ऋण लिया। सरकार के निर्देश पर बैंक ने माफ कर दिया। इस स्थिति में सरकार ने केवल 98 करोड़ रुपए ऋण वापस किया था। जबकि, बैंक का 165 करोड़ रुपए अब भी बकाया है जिसे लौटाया नहीं गया। अब वित्तीय संकट से जूझती बैंक पर इतनी राशि नहीं है कि नए किसानों को ऋण की व्यवस्था कर सके।
इसलिए वित्तीय स्थिति गड़बड़ाने से कॉपरेटिव बैंक भी हाथ पर हाथ धरे बैठी है। वहीं जिम्मेदार अधिकारी भी सच को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं। सैंट्रल कॉपरेटिव बैंक भरतपुर के प्रबंध निदेशक बिजेंद्र कुमार शर्मा का कहना है कि नए किसानों को खरीफ पर फसली ऋण देने के आदेश आए हैं। वैसे आज मैं छुट्टी पर हूं। बैंक की वित्तीय स्थिति ठीक ही है फिर भी इसके बारे में कागज देखकर बताऊंगा।
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