गांव सीता निवासी अजमत पुत्र भंवर गुर्जर तथा भरत सिंह पुत्र रघुवीर गुर्जर ने सीता बांध में यात्री की शव को तलाश कर बाहर निकाला और मौके पर ही मृतक के साथ आए सहयात्रियों को शव सौंप दिया।
सीएचसी तक पहुंचाने में लग गए दो घंटा
ग्रामीणों ने शव को बांध से दोपहर करीब चार बजे निकाल दिया। लेकिन उसे गांव सीता से सीएचसी तक लाने में मात्र 5 किमी की दूरी तय करने में दो घंटे से अधिक समय लग गया। बताया जा रहा है कि पुलिस की गाड़ी मेले की भीड़ में फंस गई, जिसकी वजह से देरी हुई। एसडीएम विशम्भर दयाल शर्मा को जानकारी मिलते ही उन्होंने वैकल्पिक साधन से सीएचसी वैर की मोर्चरी पर शव को पहुंचाया।
लगाए भण्डारे
श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह भण्डारे लगाए गए हैं। रविवार को कारिस देव के लक्खी मेले में आने वाले यात्रियों के लिये लगाये गये भण्डारे में राज्य मंत्री भजनलाल जाटव ने प्रसादी ग्रहण की। भण्डारो में बाहर से आए जातरूओं से संपर्क भी किया।
श्रद्धालुओं ने किया स्नान
कार्यवाहक नायब तहसीलदार महेन्द्रपाल ने बताया कि कारिस देव के दर्शन करने के लिये श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ रही है। कारिस देव के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा सीता कुंड में स्नान करने की परंपरा है। वहीं दूसरी ओर कारिस देव के मेले में भीड को देखते हुये पुलिस की व्यवस्थाएं नाममात्र की रहीं। वहीं कारिस देव मेले में आए वाहन कई घंटे तक मेला स्थल के आसपास फंसे रहे।