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डॉ.रामेश्वर भरतपुर के नए एसपी, विश्नोई जयपुर आरएसी भेजे

locationभरतपुरPublished: Jan 22, 2022 10:27:53 pm

Submitted by:

rohit sharma

राज्य सरकार के संयुक्त शासन सचिव की ओर से शनिवार को भारतीय पुलिस सेवा के 20 अधिकारियों के तबादल सूची जारी की है। जिसमें भरतपुर के जिला पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार विश्नोई का तबादला जयपुर पांचवीं आरएसी बटालियन में किया गया है।

डॉ.रामेश्वर भरतपुर के नए एसपी, विश्नोई जयपुर आरएसी भेजे

डॉ.रामेश्वर भरतपुर के नए एसपी, विश्नोई जयपुर आरएसी भेजे

भरतपुर. राज्य सरकार के संयुक्त शासन सचिव की ओर से शनिवार को भारतीय पुलिस सेवा के 20 अधिकारियों के तबादल सूची जारी की है। जिसमें भरतपुर के जिला पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार विश्नोई का तबादला जयपुर पांचवीं आरएसी बटालियन में किया गया है। जबकि यहां जयपुर की बटालियन से कमाण्डेंट आईपीएस अधिकारी डॉ.रामेश्वर सिंह को भरतपुर एसपी के पद पर लगाया गया है। आईपीएस डॉ.सिंह इससे पहले भीलवाडा और जयपुर ग्रामीण में एसपी रह चुके हैं। डॉ.सिंह साल 2019 में भरतपुर में सातवीं बटालियन आरएसी में कमाण्डेंट रह चुके हैं। वहीं, एएसपी रही आईपीएस अधिकारी वंदिता राणा का तबादला पुलिस उपायुक्त क्राइम जयपुर आयुक्तालय से पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) जोधपुर शहर किया है। गौरतलब रहे कि गत दिनों आई आईपीएस सूची के बाद से ही परिवर्तन की अटकलें लगाई जा रही थी। जिले में हाल के दिनों में आपराधिक घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। इसमें ऑनलाइन ठगी, गोतस्करी और फायरिंग के मामले शामिल हैं। इससे पहले गत दिनों जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता का भी तबादला हो चुका है। उनके स्थान पर आईएएस आलोक रंजन को नया जिला कलक्टर लगाया है।

महिला ने विवि कार्मिक पर लगाया प्रताडि़त करने का आरोप

भरतपुर. यहां कुम्हेर स्थित महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के एक कार्मिक पर महिला ने प्रताडि़त करने का आरोप लगाते हुए शिकायत की है। विवि के वीसी प्रो.राजेश धाकरे ने मामले की सत्यता जांचने के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन कर दिया। समिति आगामी एक सप्ताह में मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी। उसके बाद ही आगामी कार्रवाई होगी। सूत्रों के अनुसार विवि में कार्यरत एक महिला कर्मचारी ने स्टाफ के एक ही अधिकारी स्तर के कार्मिक पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि महिला के भुगतान संबंधी बिल हैं। बताया जा रहा है कि ये बिल किसी कारणवश रुक गए। जिसको लेकर महिला ने आपत्ति जताई। उधर, आरोपित कार्मिक का कहना है कि बिल भुगतान उनके स्तर पर नहीं होता है। किसी भी तरह का बिल विवि के वित्तीय नियंत्रक के पास जाता है। अगर कोई कमी होती है तो उनके स्तर पर बिल को रोक दिया जाता है। इसको लेकर संबंधित को भी अवगत करा दिया था। उन्होंने आरोपों को बेबुनियाद बताया है।

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