भरतपुर

सूक्ष्म रूप से चालू दिखाकर बड़ा ऋण लेने की तैयारी में जुटा है फैक्ट्री प्रबंधन

-सिमको बचाओ संघर्ष समिति ने मुख्य बाजारों से होकर निकाला जुलूस-टीटागढ़ प्रबंधन पर लगाए आरोप, संभागीय आयुक्त को ज्ञापन देकर जांच की मांग

भरतपुरOct 20, 2020 / 12:46 pm

Meghshyam Parashar

सूक्ष्म रूप से चालू दिखाकर बड़ा ऋण लेने की तैयारी में जुटा है फैक्ट्री प्रबंधन

भरतपुर. सिमको बचाओ संघर्ष समिति का आरोप है कि सिमको वैगन फैक्ट्री के टीटागढ़ में मर्जर के बाद अब फैक्ट्री को सूक्ष्म रूप से चालू दिखाकर बड़ा ऋण लेने की तैयारी की जा रही है। इसका उपयोग निजी तौर पर करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। पहले प्रबंधन को पुराने विवादों का निस्तारण कर बताना चाहिए कि भरतपुर की जनता किस स्तर पर कैसे लाभ मिलेगा। समिति ने सोमवार को मुख्य बाजारों से होकर जुलूस निकाला। फैक्ट्री प्रबंधन, जिला प्रशासन व राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रधानमंत्री के नाम संभागीय आयुक्त को ज्ञापन दिया।
ज्ञापन में लीज डीड की जमीन को फ्री होल्ड न करने, श्रमिकों के साथ पांच मार्च 2008 को हुए समझौते की पालना करने, सिमको लिमिटेड का टीटागढ वैगन्स में अवैध हस्तांतरण कार्यवाही को रुकवाने, लीज डीड की जमीन को फ्री होल्ड कराने की जांच कराने, सिमको स्कूल भवन व खेल मैदान व आवासीय क्वार्टरों की तोडफ़ोड़ एवं नल बिजली कनेक्शन कटवाने की जांच कराने, सिमको को मिलने वाले आर्डर को कलकत्ता में हस्तांतरण को रुकवाने, सिमको को टीटागढ प्रबन्धक की ओर से बीमार उद्योग बनाने के प्रकरण की जांच कराकर कार्यवाही कराने की मांग की हैं। ज्ञापन में कहा है कि टीटागढ प्रबन्धन सिमको को आवंटित भूमि व फैक्ट्री पर नाम मात्र सूक्ष्म रूप से चालू दिखाकर लम्बा ऋण लेने के काम में उपयोग में ले रही है। ऋण से प्राप्त की गई राशि का सिमको के विकास पर एवं उत्थान पर न लगाकर निजी उपयोग में ले रही है। प्रतिनिधि मण्डल ने संभागीय आयुक्त को अलग से ज्ञापन देते हुए सिमको को आवंटित लीज डीड शुदा खसरा नम्बरों की भूमि पर गलत तरीके से की गई खातेदारी को निरस्त कराकर राजस्व रिकार्ड में लीज की भूमि को सरकार के नाम दर्ज कराने, इसके अलावा सिमको के खेल मैदान व स्कूल भवन तोडऩे की जांच कराकर पुन: स्थापित कराने, सिमको की खाली पड़ी जमीन को वापस लेकर नए उद्योग लगाने वास्ते आवंटित करने आदि समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया गया। संभागीय आयुक्त ने ज्ञापन पर शीघ्र कार्यवाही करने का आश्वासन दिया। रैली का नेतृत्व संघर्ष समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी गिरधारी तिवारी ने किया। रैली में कृपाल सिंह ठैनुआ, दीपक रैनु, जगराम धाकड़, नरेन्द्र गोयल, अशोक जैन, गव्वर, सोरन शर्मा, घनश्याम शर्मा, अतर सिंह, श्याम सुन्दर गौड़, राजवीर घसोला, मनोज शर्मा, मन्नू कौशिक, बाल किशन, जयकरन, रामवीर सिंह, नगर निगम के पूर्व नेता प्रतिपक्ष इन्द्रजीत भारद्वाज ने विचार रखे।
आखिर कब और कौन करेगा विवाद का निस्तारण

पिछले दो-तीन महीने से सिमको बचाओ संघर्ष समिति की ओर से ज्ञापन, धरना-प्रदर्शन किए जा रहे हैं। समिति लक्ष्मण मंदिर में फैक्ट्री प्रबंधन व संबंधित नेताओं को भी खुला मंच देकर वार्तालाप की चुनौती तक दे चुकी है। पिछले दिनों खुद राज्यमंत्री भी सिमको नेताओं पर निशाना साधते हुए जल्द ही फैक्ट्री को बड़ा ऑर्डर मिलने का दावा कर चुके हैं। हाल में ही फैक्ट्री प्रबंधन के डायरेक्टर भी 70 करोड़ का मालगाड़ी के डिब्बे बनाने का काम शुरू करने का दावा कर चुके हैं। अब सवाल यह है कि इनमें से सही कौन है। अगर गलत है तो कार्रवाई क्यों नहीं। साथ ही अगर सही है तो इतने बड़े विवाद का अधिकारी, राजनेता और श्रमिक नेताओं के साथ बैठकर निस्तारण क्यों नहीं किया जा रहा है। अन्यथा यह मामला भरतपुर के अन्य मुद्दों की तरह बयानबाजी ही होती रहेगी। इसमें नुकसान सिर्फ जनता का ही होगा।
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