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बेदर्द सिस्टम…शव ले जाने को नहीं दिया स्ट्रेचर, परिजनों का हंगामा

locationभरतपुरPublished: Jul 21, 2020 06:47:05 pm

Submitted by:

Meghshyam Parashar

-आरबीएम अस्पताल में मरीज के परिजनों ने कांग्रेस के साथ भाजपा नेताओं को भी कोसा-बोले: सरकार बाड़ेबंदी में व्यस्त और मरीज हो रहे परेशान

बेदर्द सिस्टम...शव ले जाने को नहीं दिया स्ट्रेचर, परिजनों का हंगामा

बेदर्द सिस्टम…शव ले जाने को नहीं दिया स्ट्रेचर, परिजनों का हंगामा

भरतपुर. संभाग का सबसे बड़ा आरबीएम अस्पताल अब विवादों का अखाड़ा बनता जा रहा है। हर विवाद के बाद नोटिस तो दूर की बात है, एक भी प्रकरण की जांच तक नतीजे पर नहीं पहुंच पाती है। अब मामला सोमवार को एक मरीज की मौत के बाद स्ट्रेचर नहीं देने से जुड़ा हुआ है। मरीज का बेटा ही शव को कंधे पर लेकर अस्पताल की ऊपर की मंजिल से नीचे लेकर आया। इसको लेकर काफी देर तक हंगामा हुआ। अस्पताल प्रशासन के अधिकारी परिजनों को शांत करने के बजाय छिपे ही नजर आए।
जानकारी के अनुसार कुम्हेर तहसील के गांव अघैया खुर्द निवासी 60 वर्षीय व्यक्ति को दिल का दौरा पडऩे पर परिजन जिला आरबीएम अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां कुछ देर बाद चिकित्सकों की ओर से उसको मृत घोषित कर दिया गया, लेकिन एक घंटे तक इंतजार करने के बाद भी जब शव को ले जाने के लिए स्ट्रेचर नहीं मिला तो परिजन शव को कंधे पर लेकर नीचे आए और सीढिय़ों पर शव को रखकर अस्पताल प्रशासन के खिलाफ हंगामा करते हुए कांग्रेस सरकार व चिकित्सा मंत्री के खिलाफ भी नाराजगी व्यक्त की। साथ ही भाजपा नेताओं को भी जमकर कोसा। जहां किसी व्यक्ति ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। अस्पताल की लापरवाही के खिलाफ मृतक के परिजनों की ओर से किए गए हंगामे का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो लोग भी वीडियो को वायरल करने लग गए। वार्ड प्रभारी अजय चौधरी ने बताया की एक मरीज जिसे अस्पताल लेकर आया गया था उसकी मौत हो गई थी और स्ट्रेचर लाने में देरी हुई तो परिजन शव को लिफ्ट पर लिटाकर नीचे लाए। फिर कन्धों पर ले जाने लगे और हंगामा खड़ा कर दिया।
आए दिन विवाद, जांच पर हर बार आंच

हकीकत यह है कि आरबीएम अस्पताल में कोरोना मरीजों के साथ दुव्र्यवहार व असुविधाओं का मामला हो या सामान्य मरीजों के साथ अभद्रता की, आए दिन इस तरह के मामले सामने आते रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान ही लापरवाही के दो मामले सामने आए थे, लेकिन एक भी मामले की जांच निष्पक्ष तरीके से नहीं हो सकी। बल्कि हर प्रकरण में अस्पताल प्रशासन ने खुद को बचाने के लिए मरीज के परिजनों की ही गल्ती बता दी। इससे अस्पताल की व्यवस्थाएं सुधरने के बजाय अब और भी बिगड़ती जा रही है।
-उस समय स्ट्रेचर दूसरे मरीज के लिए दिया गया था। इतनी देर में ही मृतक के परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया था बाद में स्ट्रेचर भी दिया गया, लेकिन परिजन ने उसे फेंक दिया। 20 नए स्ट्रेचर व तीन व्हील चेयर क्रय कर लिए गए हैं।
डॉ. नवदीप सैनी
अधीक्षक आरबीएम अस्पताल

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