व्यापारी बोले: दुकानों में माल खराब हो रहा, कौन करेगा भरपाई व्यापारियों ने बताया कि कपड़ा, इलेक्ट्रोनिक्स, ऑटो मोबाइल, जनरल स्टोर समेत हर वर्ग के व्यापारी का सामान दुकानों में भरा हुआ है। शादियों के सीजन के कारण भी माल अतिरिक्त खरीदा गया था, लेकिन उसी दौरान कोरोना के चलते लॉकडाउन के लग गया। यह सच है कि कोरोना ने जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। व्यापारियों ने भी सरकार व प्रशासन का तन, मन व धन से पूरा सहयोग दिया है। अब व्यापारियों के नुकसान की भरपाई कौन करेगा। हर माह बिजली बिल भरने के लिए भी जमा पूंजी खर्च करनी पड़ रही है। पिछले डेढ़ साल से व्यापारी वर्ग यह दंश झेल रहा है। सरकार की ओर से व्यापारियों को वेतन नहीं दिया जाता है बल्कि मेहनत के दम पर व्यापारी दुकान से ही परिवार का गुजारा करते हैं। अगर यह व्यापार नहीं चलेगा तो व्यापारी वर्ग कहां जाएगा।
व्यापारियों की यह है मांग –जो दुकानें अति आवश्यक वस्तुओं खाद्य पदार्थ एवं किराने के सामान से सम्बन्धित खुदरा दुकानें की 45 दिन से खुल रही हैं, उनके लिए सुबह 6 बजे से 11 बजे तक का समय रखा जाए।
–जिन ट्रेड की दुकानें अभी तक नहीं खुलती थीं, उनको दोपहर 12 बजे शाम 5 बजे तक खोलने का समय रखा जाए। – 31 मई की गाइडलाइन के अनुसार बाजार खोलने का समय सुबह 6 बजे से 11 बजे तक रखा गया है, जबकि गत वर्ष पिछले लॉकडाउन में बाजार को प्रात: 6 बजे से दोपहर 3 बजे तक खोला गया था। इस पर विचार करते हुये बाजार खोलने के समय को बढ़ाया जा सकता है।
–बाजार को फुल टाइम प्रात: 7 बजे से सांय 7 बजे तक या इससे अधिक भी समय तक खोला जाकर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराई जा सकती है। –भरतपुर का व्यापारी निम्न स्तर का व्यापारी है, वह बैंक ब्याज, बिजली का बिल नल का बिल,बच्चों की फीस, स्टाफ का खर्चा व दुकान का खर्चा वहन करने की स्थिति में नहीं है। उनकी ओर से व्यापारी को भी राहत के रूप में कुछ राहत पैकेज दिए जाने के लिए भी कहा है।