पुलिस के अनुसार दर्ज कराई रिपोर्ट में पीडि़ता ने बताया है कि वह एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका है। 12 मार्च 2022 को प्रधानाध्यापक रामसिंह ने कहा कि हाकिमजी ने बुलाया है। रामसिंह की बात पर विश्वास कर उनके साथ बाइक पर बैठकर स्टाफ के नाते जा रही थी तो राम सिंह हेलक के रास्ते पर नहीं ले जाकर सैह बाबैन की ओर ले गया।
एतराज किया तो कहने लगा कि हाकिमजी आगे मिलेंगे और अपनी बाइक रोककर मेरा हाथ पकड़ कर शारीरिक रूप से छेड़छाड़ करने लगा। बड़ी मुश्किल से वहां से बचकर आ गई। लोक लाज के भय से उस समय कोई शिकायत नहीं दी। 14 मार्च को स्कूल गई तो उसने फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं होने के कारण दबाव बनाया और उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर करने से मना करने लगा।
24 मार्च 2022 को स्कूल के अंदर हाफ टाइम में पीडि़ता का हाथ पकड़ कर शारीरिक रूप से छेड़छाड़ करते हुए गलत कार्य करने के लिए दबाव बनाने लगा। 14 मई को स्कूल की छुट्टी हो गई थी। स्टाफ में कोई नहीं था। उस दिन पीडि़ता के साथ अकेले होने का फायदा उठाकर छेड़छाड़ की। इसके बाद छुट्टी से वह मायके चली गई।
इस पूरी घटना के बारे में परिजनों को नहीं बताया। एक जुलाई 2022 को प्रधानाध्यापक रामसिंह ने पीडि़ता को अपने कार्यालय में बुलाया और कहने लगा कि तुम्हारे बिना छुट्टियां काटना मुश्किल हो गया था और जबरन पकड़ लिया। विरोध करते हुए वहां से वापस आ गई। इसके बाद अपने पैतृक जिले में जाकर पिता को घटनाक्रम के बारे में बताया। अब पिता के साथ आकर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
डीईओ बोले…मुझे मालूम ही नहीं है प्रकरण के बारे में
पत्रिका ने जब इस प्रकरण को लेकर डीईओ माध्यमिक शिक्षा मुख्यालय प्रेमसिंह कुंतल से बात की तो उन्होंने कहा कि अभी तक मेरे संज्ञान में इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है। एक बार संबंधित सरकारी स्कूल व कुम्हेर थाने में बात करता हूं। आखिर मामला क्या है। इस तरह का मामला बहुत गंभीर है। इसकी जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।