पुलिस के अनुसार तालफरा निवासी अभय सिंह पुत्र बृजपाल सिंह ने रिपोर्ट में कहा है कि हम अपने घर पर होली का त्योहार मना रहे थे। हमारे गांव के जगन और हरी सिंह होली खेलने के लिए हमारे घर आए और होली खेलने के बाद मेरे पिताजी बृजपाल सिंह उन दोनों के साथ गांव के अंदर होली खेलने के लिए चले गए। काफी देर होने के बाद मैंने अपने पिताजी को फोन किया तो उनका फोन बंद आया मैं मेरे पिताजी को लेने के लिए बाइक से गांव गया।
गांव के अंदर बने सिंह के घर के सामने ब्रेकर पर मेरी बाइक रुक गई। इतने में अचानक मुकेश, सतवीर, विनोद, जवाहर, बने सिंह, राकेश, दिनेश, धर्मवीर, वीरू ,गणपत, मेहर सिंह और उनके परिवार वालों ने मुझे घेर लिया और मेरे साथ मारपीट करने लगे। जैसे ही जान बचाकर अपने घर पहुंचा तो कुछ देर में मेरे पिताजी भी आ गए। पिताजी के आने के तुरंत बाद ही सभी लोग मेरे घर पर आ गए, जिनमें से मुकेश ने मेरे ऊपर कट्टे से फायर कर दिया। इससे मेरे सिर मे छर्रे लग गए एवं पिता बृजलाल, महेश चंद, धर्मेंद्र, गंगाराम के भी लग गए।
इसी प्रकार दूसरे पक्ष धर्म पुत्र गणपत जाट ने दर्ज कराए मामले में बताया 21 मार्च को वह अपने गांव के अंदर वाले घर में होली का त्यौहार मना रहा था। तभी उसे पता लगा कि हमारे गांव के गंगा सिंह, निर्भय सिंह, अभय सिंह, पप्पी, राजू यह सभी शराब पीकर हमारे परिवार वालों से झगड़ा करने लगे फिर थोड़ी देर में झगड़ा शांत हो गया। उसके बाद यह सभी लोग बृजपाल सिंह के पास गए उसको साथ लेकर मेरे घर पर आकर बृजपाल सिंह ने मुझ पर कट्टे से फायर कर दिया जिस से बाएं पैर की जांघ पर गोली लगी गई।
घायलों को कुम्हेर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर एक पक्ष के अभय सिंह पुत्र बृजपाल सिंह को दूसरे पक्ष के धर्म सिंह पुत्र गणपत सिंह को भरतपुर रैफर कर दिया। जहां से बृजपाल पुत्र मिश्री, गंगाराम पुत्र मिश्री, अभय पुत्र बृजपाल, घोसी को जयपुर रैफर किया गया है।