बड़ा सवाल…देरी से आई पुलिस, एचएस का एसएचओ के साथ फोटो इस विवाद के बीच पुलिस पर भी बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर पुलिस नियंत्रण कक्ष, मथुरा गेट थाना व एसपी को सूचना देने के बाद पुलिस देरी से पहुंची, इसके बीच यह मामला भी सामने आया है कि वारदात से एक दिन पहले खुद मथुरा गेट थाने के एसएचओ का स्वागत करते हुए बदमाश फोटो में दिख रहा है। इसी कारण पुलिस मौके पर देरी से पहुंची। यह शिकायत भी पुलिस के उच्च अधिकारियों के अलावा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग तक पहुंची है। मोरी चार बाग समेत आसपास के इलाके में पिछले करीब डेढ़ माह के अंतराल में करीब 38 से अधिक चोरी की वारदात हो चुकी हैं। सिंधी समाज के मंदिर में चोरी की वारदात का भी पुलिस अभी तक खुलासा नहीं कर चुकी है। शहर में चोरी, फायरिंग की बढ़ती वारदातों पर भी कोई अंकुश नहीं है।
असल वजह…सट्टा, जुआ, चोरी को बनाया बिजनेस मोरी चार बाग में एक गुट लंबे समय से सट्टे का बड़ा कारोबार कर रहा है। यह गुट चोरी और जुआ खेलने वाले गुटों को भी सह देता है। ऐसे में पुलिस का भी यहां ध्यान कम रहता है। चूंकि पिछले दो माह पूर्व भी दो पुलिसकर्मियों का सट्टा खाई करने वाले मुखिया से लेनदेन को लेकर विवाद हो गया था। इसमें सामने आया था कि पुलिसकर्मी मासिक बंधी नहीं देने के कारण गिरफ्तारी की धमकी दे रहे थे और सट्टे की खाई करने वाला पुलिस अधिकारी से बात करने की चेतावनी दे रहा था।
इनका कहना है
-दो गुटों के बीच झगड़े की सूचना पर पुलिस पहुंची थी, लेकिन वहां कोई नहीं मिला था। झगड़े में फायरिंग व पथराव की पुष्टि के लिए मथुरा गेट एसएचओ को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
वंदिता राणा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
-अभी तक मेरे पास इस घटना के संबंध में कोई शिकायत नहीं आई है। उस समय कई लोग स्वागत करने आए थे, अब इसमें कौन था, यह तो मैं भी नहीं जानता। अगर कोई हिस्ट्रीशीटर है तो इसके बारे में भी जानकारी की जाएगी। बाकी अभी तक मोरीचार बाग की घटना को लेकर रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है।
रामनाथ गुर्जर
एसएचओ थाना मथुरा गेट