दूसरी ओर बस पर फर्जी नंबर प्लेट लगी थी, जिसे भरतपुर होकर जयपुर जाते समय पकड़ लिया। हैरानी की बात ये है कि बस फर्जी नंबर लगाकर विभिन्न राज्यों में होते हुए नेपाल तक पहुंच गई और किसी के हाथ नहीं लगी। यहां तक कि चैकिंग एजेंसियों की आंखों में धूल झोंककर यात्रियों को नेपाल की यात्रा करा लाई, लेकिन डहरा मोड पर पकड़ी गई।
परिवहन विभाग के उपनिरीक्षक मनोज कुमार सिंघल डहरा मोड पर बस को चैकिंग के लिए रोका, जिस पर आरजे14-पीडी-6890 नंबर की प्लेट लगी थी। लेकिन, जब बस पर लगे नंबर का मिलान चेसिस नंबर से किया तो उसमें आरजे14 पीई-0579 अंकित था। वहीं बिना परमिट व बिना टैक्स चुकाए ही चलाई जा रही थी। फर्जी नंबर से बस को चलाकर करीब तीन से चार लाख रुपए का टैक्स चोरी किया गया है।
यहां तक इस फर्जी नंबर से बिना परमिट के टैक्स चोरी करते हुए यात्रियों को नेपाल की यात्रा कराई गई। वहां से लौटते समय यात्रियों से भरी बस को जयपुर ले जाया जा रहा था कि बुधवार दोपहर को डहरा मोड पर बस को रुकवाकर जांच की। जहां इसका नंबर फर्जी निकला और परमिट भी नहीं था। इस पर बस को जब्त कर प्रादेशिक परिवहन कार्यालय भरतपुर में खड़ा कर दिया। बताया गया है कि टैक्स के करीब तीन से चार लाख रुपए बकाया हैं।