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भगवान महावीर स्वामी ने किया नगर भ्रमण

locationभरतपुरPublished: May 16, 2023 09:16:59 pm

Submitted by:

Gyan Prakash Sharma

चार दिवसीय वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव, धूमधाम से निकाला वरघोड़ा

भगवान महावीर स्वामी ने किया नगर भ्रमण

भगवान महावीर स्वामी ने किया नगर भ्रमण

भरतपुर. दही वाली गली स्थित श्री मुनिसुव्रत स्वामी जैन मंदिर में जारी चार दिवसीय वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव के तहत मंगलवार को भगवान का वरघोड़ा धूमधाम से निकाला गया। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े।
आचार्य मणिप्रभसूरीश्वर के आज्ञानुवर्ती पल्लीवाल रत्न, जीर्णोद्वारक प्रेरक तिम्मनगढ़ तीर्थोद्वारक गणिवर्य मणिरत्न सागर एवं शासन प्रभाविका साध्वी सौम्यप्रभा ठाणा 4 की निश्रा में वेदी प्रतिष्ठा के दूसरे दिन मंगलवार को प्रात: सभी प्रतिमाओं के अठारह अभिषेक व नवाकरसी हुई। इसके बाद जिनबिम्ब भगवान महावीर स्वामी का नगर भ्रमण (वरघोड़ा) निकाला गया। भगवान को पालकी में विराजमान करके मंदिर से लक्ष्मण मंदिर तक रथ में सवार किया।
भगवान का वरघोडा लक्ष्मण मंदिर से शुरू हुई। सबसे आगे घोड़ो पर साफा पहनकर लाभार्थी थे। उनके पीछे भरतपुर महिला मण्डल की महिलाएं केसरिया वस्त्र में कुम्भ कलश लेकर के चल रही थी। उसके बाद बैण्ड बाजा चल रहा था जिसके पीछे सभी श्रावक भगवान के जयकारों के साथ भजन गाते हुए प्रभु का गुणगान कर रहे थे। साथ में मणिरत्न सागर साथ चल रहे थे।
उसके पीछे भगवान का भव्य रथ चल रहा था। रथ के सारथी के रूप में राजेन्द्र कुमार जैन रथ चला रहे थे। रथ में सुरेन्द्र कुमार, महेन्द्र कुमार जैन परिवार भगवान को लेकर चल रहे थे। योगेश जैन परिवार अटारी वाले इन्द्र-इन्द्राणी के रूप में चंवर तुला रहे थे। त्रिलोक चन्द जैन परिवार भगवान के आगे दीपक लेकर चल रहे थे तथा धूप लेकर वीरेन्द्र कुमार जैन परिवार चल रहे थे। खजांची के रूप में सतीश चन्द जैन नगला मई वाले बैठे हुए थे। रथ के आगे लाभार्थी जलधारा बहाने वाले रघुवर दयाल अलवर वाले थे। सात धान उछालने के लाभार्थी अनिल कुमार जैन रनजीत नगर भरतपुर थे।
रथ के पीछे सौम्य प्रभा ढाणा-4 श्राविकाओं के साथ चल रहे थे। वरघोडा के पीछे-पीछे रावड दीपक का लाभ सतीश चन्द जैन नगला मई परिवार ने लिया। वरघोड़े के दौरान भगवान के जयकारों एवं भजनों से वातावरण भक्ति मय हो गया। वरघोडा लक्ष्मण मंदिर से प्रारम्भ होकर गंगा मंदिर, बुद्ध की हाट से वापस लक्ष्मण मंदिर होता हुआ मुनिसुव्रत स्वामी मंदिर पर समाप्त हुआ। वरघोडा समाप्ति पर मंदिर में धर्म सभा के रूप में परिवर्तित हो गया। बुधवार प्रात: 8 बजे भव्यातिभव्य 14 प्रतिमाओं की वेदी प्रतिष्ठा एवं गौतम स्वामी गणधर की प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा।
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