नि:शुल्क की यात्रा की सुविधाएं बढ़ी, लेकिन बसों की कमी तो कैसे मिलेगा फायदा
भरतपुरPublished: Feb 11, 2023 06:12:50 pm
हर साल घट रही रोडवेज बसें, कैसे उभरेगी घाटे से


नि:शुल्क की यात्रा की सुविधाएं बढ़ी, लेकिन बसों की कमी तो कैसे मिलेगा फायदा
ज्ञानप्रकाश शर्मा भरतपुर. राज्य सरकार की ओर से नि:शुल्क व रियायती परिवहन की सुविधाएं तो बढ़ाई गई हैं, लेकिन परिवहन सुविधा देने वाली बसों की संख्या हर साल कम हो रही हैं। ऐसे में सुविधाओं का लाभ यात्री नहीं उठा पा रहे हैं। क्योंकि बसों की कमी के चलते ना तो वरिष्ठ नागरिक अपनी योजना का लाभ उठा पा रहे हैं और ना ही महिलाएं। भीड़ को तौबा करके उन्हें निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ता है।
अभी चार-पांच फरवरी को सीईटी के पेपर में इसका नजारा देखने को मिला। भरतपुर में दो दिन में चार शिफ्टों में हुई परीक्षा में करीब 50 हजार परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी। राज्य सरकार की ओर से सभी परिक्षार्थियों का नि:शुल्क परिवहन किया गया था। लेकिन बसें तो बढ़ाई नहीं गई, ऐसे में परीक्षार्थियों के साथ-साथ यात्रियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। क्योंकि नि:शुल्क परिवहन के कारण परीक्षार्थी तो जैसे-जैसे बसों में चढ़ गए, लेकिन यात्री बैठे ही रह गए। पिछले छह वर्षों का आंकड़ा देखें तो हर साल बसों की संख्या कम ही होती जा रही है।
भरतपुर आगार की बात करें तो यहां पर बेड़े में वर्ष 2017-18 में करीब 114 बसें थी, जो 2022-23 में घटकर 84 रह गई है। इसी प्रकार लोहागढ़ आगार की बात करें तो यहां पर वर्ष 2017-18 में 92 बसें थी, जो अब 2022-23 में घटकर 76 रह गई हैं।