पहले मना किया और फिर 50 प्रतिशत राशि का दिया सामान टीम सदस्य ने 27 जुलाई को आरबीएम अस्पताल से कटवाई गई पर्ची से दवाइयां लेने के लिए कहा। स्वयं को शिक्षा विभाग का कार्मिक होना बताया। इसके बाद कार्ड के बदले घरेलू सामान देने के लिए राजी हो गया। टीम सदस्य को पूछा कि किस व्यक्ति की पर्ची बनवानी है। टीम सदस्य लक्ष्मण प्रसाद की ओर से पत्नी हेमलता कुमारी की पर्ची बनवाने के लिए बोला गया। मेडिकल कर्मी ने टीम को 30 मिनट बाद आने को कहा। फिर टीम वहां से रवाना होकर इसकी जानकारी डॉ. अभिषेक सिंह किलक को दी। 30 मिनट बाद टीम दुबारा पहुंची तो दुकानदार नहीं था। एक घंटे बाद आने को कहा। एक घंटे बाद पहुंचे तो दुकानदार ने डॉ. भूपेंद्र कुमार कौशिक के लेटरहेड पर हेमलता कुमारी की दवाइयां लिखवा कर तैयार कर रखा था। दुकानदार को घरेलू सामान के बारे में बताया। मेडिकल स्टोर वाले ने टीम सदस्य से एसएसओ आईडी और पासवर्ड बताने को कहा, लेकिन टीम सदस्य ने स्वयं ही आईडी जारी करने को कहा। मेडिकल स्टोर वाले ने 5486.64 रुपए का बिल बनाया। उसने बताया कि आपका बिल टैक्स काटकर 4995 रुपए का बना है। इसका 50 प्रतिशत 2494 रुपए है। 200 रुपए डॉक्टर की फीस है। 2304 रुपए का घरेलू सामान दे दिया।