खाकी के खौफ को चुनौती, 100 किमी में दौड़ रहे बजरी के वाहन
भरतपुरPublished: Nov 08, 2022 11:00:24 am
- प्रतिबंध की खिल्ली उड़ा रहे बजरी माफिया
- दो जिलों की सीमा में खुलेआम हो रहा प्रतिबंधित बजरी का परिवहन


खाकी के खौफ को चुनौती, 100 किमी में दौड़ रहे बजरी के वाहन
भरतपुर . बागी, बजरी और बंदूक के लिए बदनामी झेलने वाले धौलपुर में बागियों की बादशाहत पर अंकुश लगने के बाद बंदूक की गोलियों की गंूज भले ही थमी हो, लेकिन बजरी का परिवहन पुलिस की तमाम निगेहबानी को अभी भी बड़ी चुनौती दे रहा है। दो जिलों के साथ दो राज्यों की पुलिस भी इस पर अंकुश लगाने में विफल नजर आ रही है। प्रतिदिन 100 किमी की सीमा में खनन माफिया के ट्रैक्टर-ट्रॉली बेखौफ दौड़ रहे हैं, लेकिन खनिज विभाग का मौन टूटने का नाम नहीं ले रहा।
धौलपुर से भरतपुर तक हर रोज सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉली तेज रफ्तार में पुलिस के दावों की धज्जियां उड़ाते हुए भरतपुर तक पहुंच रहे हैं। इस बीच इनका सामना कई पुलिस थानों एवं चौकियों से हो रहा है, लेकिन इन पर लगाम नहीं पा रही। यह बजरी धौलपुर से रूपवास होते हुए ग्रामीण इलाकों के रास्ते भरतपुर शहर में कुछ स्थानों पर खुलेआम सप्लाई हो रही है। खास बात यह है कि आगरा-जयपुर हाइवे स्थित बिल्डिंग मैटेरियल की दुकानों के साथ शहर के अन्य हिस्सों में यह बजरी खुले तौर पर देखी जा रही है। इन दुकानों पर पहले अवैध बजरी तड़के पहुंचती थी, लेकिन अब तो दिनदहाड़े ट्रैक्टर यहां बजरी लेकर पहुंच रहे हैं। बजरी माफिया धौलपुर के सदर थाना क्षेत्र की पचगांव चौकी, सैंपऊ थाना, उत्तरप्रदेश के सरैंधी थाना, भरतपुर के रूपवास थाना, गहनौली मोड़ पुलिस चौकी, ऊंचा नगला पुलिस चौकी एवं शहर में सारस पुलिस चौकी से होकर निकलते हैं। इसके बाद यह पुलिस अधीक्षक कार्यालय, पुलिस लाइन एवं सर्किट हाउस के पास से गुजरते हैं। इस दौरान थाना मथुरा गेट एवं चिकसाना पुलिस का इलाका आता है, लेकिन इन पर प्रतिबंध तो दूर पुलिस इन्हें टोकने तक की जहमत नहीं उठाती।