इसके बाद 15 अप्रेल को अखिल अरोड़ा के साथ हुई बातचीत में भी वादा किया था कि आचार सहिंता हटते ही भर्तियों में आरक्षित करने के लिए आर्डर निकालने का वादा किया था। लेकिन सरकार ने वादा खिलाफी कर आचार सहिंता के बीच में रिसीफल निकाला।
उसमें केवल एक प्रतिशत लाभ दिया। इसके अलावा एक रेंजर भर्ती में एक संशोधित विज्ञप्ति निकालकर भर्ती कर दी। उन्होंने कहा कि दो दिन में अगर कोई समाधान नहीं किया तो वह उनके साथ दमखम से 23 मई से धरना देंगे।
सूचना पाकर मौके पर नायब तहसीलदार आशीष सारस्वत व कोतवाली प्रभारी दौलतराम गुर्जर पहुंचे और आचार संहिता एवं धारा 144 से अवगत कराते हुए समझाइश की, जिस पर गुर्जर नेता सरकार को दो दिन का अल्टीमेटम दिया।