श्रद्धालुओं की सेवा के लिए विभिन्न संगठनों व लोगों ने सॉफ्टी, कोल्ड्रिंक, हलवा, कचौड़ी, पुड़ी की स्टाल लगाकर प्रसादी वितरित की। इस दौरान सड़क पर डीजे साउण्ड में बजते भक्तिमय गीत संगीत की धुनों पर श्रद्धालु अपने गुरू का नमन व गिरिराज महाराज के जयकारे लगाते निकले। श्रद्धालुओं ने सरकूलर रोड व बिहारीजी मंदिर की परिक्रमा लगाई। पूर्णिमा पर किला स्थित गायत्री शक्ति पीठ मंदिर पर लोक कल्याण व सुख-शांति के लिए हवन यज्ञ किए। श्रद्धालुओं ने आहुतियां देकर गुरू को नमन किया। वहीं शाम करीब 4.30 बजे सूतक लगने पर मंदिरों के पट बंद हो गए। अब बुधवार को सुबह भगवान के अभिषेक और महास्नान के बाद श्रद्धालुओं को पूजा-पाठ के लिए खोले जाएंगे।