जिले में जेवीवीएनएल के सिंगल व थ्री फेज के करीब 54800 ट्रांसफार्मर हैं। इनसे विद्युत आपूर्ति होती है। लेकिन, गर्मी के प्रभाव से इस बार 718 ट्रांसफार्मर फुंक गए जिस कारण लोगों को बिजली की परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं विद्युत निगम को ट्रांसफार्मरों के फुंकने से क्षति का सामना करना पड़ रहा है।
जिले में विद्युत निगम के लगभग 03 लाख उपभोक्ता हैं। इन्हें बिजली सप्लाई के लिए निगम ने थ्री फेज के 32800 ट्रांसफार्मर और सिंगल फेज के 22000 ट्रांसफार्मर जिले में स्थापित कर रखें हैं। लेकिन, ये अधिकांश स्थानों पर चिलचिलाती धूप में खुले में रखें हैं। कहीं-कहीं तो खेत-खलिहानों में बिना स्टैण्ड के जमीन पर रखें हैं।
इनमें से अपे्रल से अब तक थ्री फेज के 244 और सिंगल फेज के 474 ट्रासंफार्मर तेज धूप से बढ़ी भीषण गर्मी में ऑयल उबलने से आग लगकर फुंक गए। गनीमत रही कि लोगों के साथ कोई हादसा नहीं हुआ। लेकिन, उपभोक्ताओं को नया ट्रांसफार्मर लगने तक अंधेरे और गर्मी की समस्या से जूझना पड़ा। हालांकि, निगम नया ट्रांसफार्मर स्थापित कर देता है लेकिन इस प्रक्रिया में समय लग जाता है तब तक लोगों को परेशानी आती है।
जेवीवीएनएल भरतपुर में एसई मूलचंद चौधरी का कहना है कि तेज धूप से बढ़ी गर्मी के कारण अप्रेल से अब तक थ्री-फेज व सिंगल फेज के जिनते ट्रांसफार्मर आग लगने से फुंक थे उन्हें बदल दिया है। इससे निगम को नुकसान तो हुआ ही है।