बताया जा रहा है कि पानीपत फिल्म में महाराजा सूरजमल को मराठा पेशवा सदाशिव राव से संवाद के दौरान इमाद को दिल्ली का वजीर बनाने एवं आगरा का किला उन्हें सौंपे जाने की मांग करते बताया गया है। इस पर मराठा पेशवा सदाशिव राव अपत्ति भी जताते हैं और महाराजा सूरजमल अहमदशाह अब्दाली के खिलाफ युद्ध में साथ देने से इनकार कर देते हैं। इतिहास के जानकारों का दावा है कि इस फिल्म में तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है। साथ ही फिल्म में महाराजा सूरजमल का संवाद हरियाणवी और राजस्थानी भाषा मे बताया गया है। जबकि महाराजा सूरजमल ब्रजभाषा में ही संवाद करते थे।