scriptपानीपत फिल्म पर प्रतिबंध लगे नहीं तो बिगड़ सकती है कानून व्यवस्था | If not ban on Panipat film, law and order can deteriorate | Patrika News

पानीपत फिल्म पर प्रतिबंध लगे नहीं तो बिगड़ सकती है कानून व्यवस्था

locationभरतपुरPublished: Dec 09, 2019 11:45:19 am

Submitted by:

rohit sharma

फिल्म निर्देशक आशुतोष गोवारीकर की फिल्म पानीपत द ग्रेट बिट्रेयल में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ कर महाराजा सूरजमल की गलत छवि पेश करने के विरोध में जाट समाज की ओर से आज भरतपुर बंद का आह्वान किया गया है।

पानीपत फिल्म पर प्रतिबंध लगे नहीं तो बिगड़ सकती है कानून व्यवस्था

पानीपत फिल्म पर प्रतिबंध लगे नहीं तो बिगड़ सकती है कानून व्यवस्था

भरतपुर. फिल्म निर्देशक आशुतोष गोवारीकर की फिल्म पानीपत द ग्रेट बिट्रेयल में ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ कर महाराजा सूरजमल की गलत छवि पेश करने के विरोध में जाट समाज की ओर से आज भरतपुर बंद का आह्वान किया गया है। इसको यातायात कार्यालय के दोपहर 2 बजे से धरना प्रदर्शन होगा, इसमें बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। इसको लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। शहर में जगह-जगह पुलिस बल तैनात किया गया है। उधर, केबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने चेतावनी दी कि फिल्म पर प्रतिबंध लगाएं वरना कानून बिगड़ सकती है। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुख की बात है कि ऐतिहासिक तत्थों से छेड़छाड़ करते हुए भरतपुर के महाराजा सूरजमल जाट जैसे महान पुरुष का चित्रण पानीपत फिल्म में बेहद गलत तरीके से किया गया है। इससे जाट समुदाय में भारी रोष है।

बताया जा रहा है कि पानीपत फिल्म में महाराजा सूरजमल को मराठा पेशवा सदाशिव राव से संवाद के दौरान इमाद को दिल्ली का वजीर बनाने एवं आगरा का किला उन्हें सौंपे जाने की मांग करते बताया गया है। इस पर मराठा पेशवा सदाशिव राव अपत्ति भी जताते हैं और महाराजा सूरजमल अहमदशाह अब्दाली के खिलाफ युद्ध में साथ देने से इनकार कर देते हैं। इतिहास के जानकारों का दावा है कि इस फिल्म में तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है। साथ ही फिल्म में महाराजा सूरजमल का संवाद हरियाणवी और राजस्थानी भाषा मे बताया गया है। जबकि महाराजा सूरजमल ब्रजभाषा में ही संवाद करते थे।
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