-कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने की जनसुनवाई, समस्याओं से ज्यादा तबादलों की अर्जियां आने पर बोले, सबसे ज्यादा तबादले की जरुरत उनको जो बीकानेर व दूर जिलों में हैं
तबादला अर्जियों पर बोले विश्वेंद्र सिंह…जिले में ही नहीं करनी नौकरी तो इस्तीफा दे जाओ
भरतपुर. पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने जनसुनवाई में तबादलों की अर्जियां अधिक आने पर कहा कि तबादलों की सबसे ज्यादा जरुरत उनको है, जो कि बीकानेर व अन्य दूर के जिलों में काम कर रहे हैं। जिले में ही घर के पास के जिले या कस्बे में भी नौकरी नहीं कर सकते तो इस्तीफा देकर घर बैठो। उन्होंने जनसुनवाई में आई समस्याओं का शीघ्र निस्तारण नहीं करने पर अधिकारियों को भी जमकर लताड़ लगाई। जनसुनवाई में बिजली व पानी से संबंधित समस्याएं अधिक आईं। सर्किट हाउस में हुई जनसुनवाई में कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने जनसुनवाई के दौरान अधिकारियों से कहा कि जनसुनवाई के दौरान आए हुए दस्तावेजों को अपने पास रख लेते हैं। निस्तारण नहीं करते है यह गलत है। जनसुनवाई के दौरान जो दस्तावेज आते हैं उनका निस्तारण अवश्य करें। जिले में बिजली की समस्या को लेकर पर्यटन मंत्री ने बिजली की समस्या लेकर आए लोगों के निस्तारण के लिए अधीक्षण अभियंता संजय अग्रवाल से कहा कि समस्या का समाधान करें। जिले में अन्य अधिकारी तो फोन उठाते नहीं है। आप से ही उम्मीद है। पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि सबसे ज्यादा मामले चंबल प्रोजेक्ट के आ रहे हैं। लोगों को कनेक्शन नहीं मिल पा रहे हैं। राहुल गांधी पर ईडी की कार्रवाई पर कड़ी निंदा करते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार गलत तरीके से काम कर रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली में ही धरने पर बैठे हुए हैं।
…और क्या बोले -स्थानीय स्तर पर चंबल प्रोजेक्ट से पेयजल कनेक्शन व पानी नहीं मिलने की समस्या अधिक आ रही हैं। इसके अलावा कुछ समझौते कराने पड़े हैं। साथ ही राहुल गांधी के साथ ईडी की कार्रवाई का तरीका गलत है। पूरी सरकार दिल्ली में है। मुख्यमंत्री खुद धरना दे रहे हैं। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। केंद्र सरकार से उम्मीद है कि वह अपने इस गलत कार्य को बंद करेगी। साथ ही इस तरह के कृत्य नहीं करेगी। पूरा देश इस कार्रवाई की निंदा कर रहा है। विश्वेंद्र सिंह कैबिनेट मंत्री