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तीन दिन और पांच कोरोना पॉजिटिव: तीन दिन तक बयाना में हुई इस्तमा में शामिल हुआ था संक्रमित जमाती

locationभरतपुरPublished: Apr 04, 2020 07:32:22 pm

Submitted by:

Meghshyam Parashar

-प्रशासन ही नहीं अब आमजन की भी बढ़ी चिंता लेकिन अच्छी बात यह…50 में से 48 संदिग्धों की रिपोर्ट नेगेटिव-अब कोरोनो पॉजिटिव मिले सभी पांचों मरीज जमाती

तीन दिन और पांच कोरोना पॉजिटिव: तीन दिन तक बयाना में हुई इस्तमा में शामिल हुआ था संक्रमित जमाती

तीन दिन और पांच कोरोना पॉजिटिव: तीन दिन तक बयाना में हुई इस्तमा में शामिल हुआ था संक्रमित जमाती

भरतपुर. जिले में तीन दिन में पांच कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं, जो कि तब्लीगी जमात से जुड़े हुए हैं। गांव जुरहेरी में कोरोना संक्रमण की चेन का पता चल गया है। क्योंकि दो दिन पहले जिसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, अब दूसरा पॉजिटिव मरीज भी उसी समूह में शामिल था। इसका मतलब साफ है कि जो उनके संपर्क में आया था उसे अब क्वारेंटाइन में रहना आवश्यक होगा। ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। शनिवार को कोरोना पॉजिटिव मिलने मरीजों केस स्टडी की पड़ताल करने पर सामने आया कि वैर का एक पॉजिटिव बयाना में चार दिन तक हुई इस्तमा में शामिल हुआ था। ऐसे में प्रशासन ने वहां इस्तमा में शामिल जमातियों की सूची मांगी है, ताकि अगर कोई नजर से रह गया है तो उसे क्वारेंटाइन में रखा जा सके। दूसरा जुरहेरी गांव का पॉजिटिव सबसे पहले पॉजिटिव मरीज के समूह में ही जमात में शामिल हुआ था। हालांकि एक अच्छी खबर यह भी है कि 50 संदिग्धों में से 48 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इसलिए डरने की बात नहीं है कि अब भी लॉकडाउन की पालना की जाए तो जिले को सुरक्षित रखा जा सकता है। जानकारी के अनुसार कस्बा वैर में भरतपुर गेट निवासी कोरोना पॉजिटिव वैर व आसपास की जमातों में भाग ले रहा था। उसने समराया, नयाबास, तालचिड़ी, हेलक, भरतपुर, आमोली, झालाटाला उच्चैन में जमात की। 29 फरवरी से एक मार्च तक बयाना में हुई इस्तमा में भी भाग लिया था। इसके अलावा जुरहरी गांव में मिला दूसरा कोरोना पॉजिटिव 28 मार्च को अपने गांव आया था। यह पांच दिसम्बर को दिल्ली गया था। 11 सदस्यों के साथ वहां से छह दिसम्बर को ट्रेन से हाबड़ा कोलकाता जमात के लिए गए थे और चार माह की जमात थी। ज्ञात रहे कि अब तक पॉजिटिव मिले पांच में से चार दिल्ली की निजामुद्दीन मरकज से आए थे।
अब चुनौती ये…

1. हरेक कोरोना पॉजिटिव केस की स्टडी कर प्रशासन का संक्रमण चेन की पड़ताल करना मुश्किल है।
2. अभी एक भी कोरोना पॉजिटिव की संक्रमण चेन का रहस्य पता नहीं चल पाया है।
3. एक भी केस में यह तक बताया नहीं जा रहा है कि आखिर वह पॉजिटिव कब और कहां-कहां गया था। ताकि अन्य संपर्क में आए लोग खुद आएं।
सीमा सील: अब कामां, नगर एवं पहाड़ी जा सकेंगे न आ सकेंगे

जिला कलक्टर ने उपखंड कामां, नगर एवं पहाड़ी में कोरोना पॉजिटिव केस पाए जाने के कारण कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए इन उपखण्डों की हरियाणा एवं उत्तरप्रदेश से लगती सीमाओं, अलवर जिले से लगती सीमा व भरतपुर जिले के नदबई तथा डीग उपखण्ड के आवागमन वाली सीमाओं को अग्रिम आदेश तक सील करने का आदेश दिया है। उन्होंने जिला पुलिस अधीक्षक को केवल मेडिकल तथा आवश्यक परिवहन में लगे वाहनों को छोड़कर सीमा पर समस्त वाहनों एवं व्यक्तियों के आवागमन को प्रभावी तरीके से रुकवाने के निर्देश दिए हैं।
क्वारेंटाइन व्यक्ति को हर दो घंटे में अपलोड करनी होगी सेल्फी
आठ बजे से रात्रि नौ बजे तक हर 2 घंटे में सेल्फी

राजकोविड इन्फो एप पर अपलोड करनी होगी एवं ई-मेल पर सूचित करना होगा। राज्य सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी की है। यदि कोई नागरिक चिकित्सा जांच में कोविड.19 से संक्रमित पाया जाता है या उसमें इसके लक्षण दिखाई देते है तो ऐसा व्यक्ति चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार 14 दिन तक क्वारेंटाइन सेन्टर पर रहेगा। यदि किसी के पास एप एवं ई-मेल की सुविधा नहीं है तो ऐसे व्यक्ति की लोकेशन टेलीकॉम कम्पनी की सहायता से ट्रेस की जाएगी। इसके लिए क्वारेंटाइन व्यक्ति को पुलिस एवं चिकित्सा विभाग के प्रतिनिधि को मोबाइल नम्बर उपलब्ध कराने अनिवार्य होंगे। यदि कोविड.19 संक्रमित या इसके लक्षणों वाला व्यक्ति दिशा-निर्देशों की अवहेलना करता है तो उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 188 व आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के प्रावधानों के तहत दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी।
अमरूका में धरने में शामिल हुए लोगों की भी जांच जरूरी

पहाड़ी. ग्राम पंचायत खेड़लीमन्ना के गांव जोधपुर में कोरोना संक्रमण का पॉजिटिव जमाती मिलने के बाद क्षेत्र में जीरो मोबिलिटी निषेधाज्ञा लगाई गई। कफ्र्यू के बाद प्रशासन शनिवार को पहली बार ताकत के साथ ड्यूटी निभाता दिखाई दिया। गांव के सभी रास्तो को सील कर दिया गया जहां पुलिस बल तैनात कर दिया गया। मेडिकल टीम ने घर घर पहुचकर सदिग्ध संक्रमित लोगों की जांच कर चिन्हित करने में जुटी है। साथ ही अमरूका में सीएए के विरोध में 45 दिन तक भीड़ जमा होती रही, इसमें भी कुछ जमाती शामिल हुए थे। यह धरना 23 मार्च को स्थगित हुआ था। इसमें शामिल हुए लोगों की जांच की बात भी सामने आ रही है।
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