बैठक में मंडल निर्वाचन अधिकारियों से बूथ कमेटियों की सूची जमा कराई गई। इसमें बताया गया कि 176 3 बूथों में से 16 13 मे बूथ अध्यक्ष व कार्यकारिणी निर्वाचित हो गई है। बचे हुए बूथों पर मण्डल चुनाव अधिकारियों को दो दिन का समय दिया गया हैं। बैठक जिला निर्वाचन अधिकारी ओंकारसिंह लखावत, सहअधिकारी बलवान यादव, संगठन अधिकारी बृजेश शर्मा, निर्वाचन सहयोगी अधिकारी अभयवीर सिंह सोलंकी ने ली। दूसरी बैठक भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की मण्डल चुनाव के विषय पर की गई। इसमें बताया कि सभी को आगे होने वाले मण्डल अध्यक्ष चुनाव के लिए विधानसभा वार प्रदेश की ओर से समन्वय समिति बनाई जाएगी। इधर, बताते हैं कि मेवात में जुरहरा, कैथवाड़ा व गोपालगढ़ में पिछले काफी समय तक तलाश करने के बाद भी पार्टी को सक्रिय सदस्य नहीं मिल पाए तो पार्टी को विशेष स्वीकृति लेकर वहां साधारण सदस्यों को ही बूथ अध्यक्ष बनाना होगा। ताकि संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया पूरी की जा सके। इसके अलावा चिकसाना, सेवर, भरतपुर शहर और कुम्हेर के एक मंडल पर भी दो दिन में स्थिति स्पष्ट करनी होगी। बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष सतेन्द्र गोयल, पूर्व विधायक अनीता सिंह, रामस्वरूप कोली, बहादुर सिंह कोली, पूर्व जिलाध्यक्ष भानूप्रताप सिंह, रविन्द्र जैन, गिरधारी तिवारी, मेयर शिवसिंह भोंट, द्वारिका प्रसाद, मदनमोहन सिंघल, ग्यासाराम कोली, ऋषि बंसल, डिप्टी मेयर इन्द्रपाल सिंह पाले, उप जिला प्रमुख सुनीता सिंह आदि उपस्थित थे।
बयाना से प्रत्याशी रहीं रितु व पूर्व जिलाध्यक्ष में कहासुनी सूत्रों की मानें तो बैठक में बयाना विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की प्रत्याशी रहीं रितु बनावत ने आरोप लगाया कि रूपवास, बयाना व झील का बाड़ा मंडल में बूथ अध्यक्ष बनाने में फर्जीवाड़ा किया गया है। चुनाव अधिकारी ने मिलकर सबकुछ किया है। पूर्व में इसकी शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस पर पूर्व जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह राजावत ने भी बिना साक्ष्य आरोप लगाने पर नाराजगी व्यक्त कर दी। इसको लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। हालांकि जब इस संबंध में दोनों से बात की गई तो रितु बनावत ने ऐसी कोई शिकायत करने से इंकार कर दिया तो पूर्व जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह राजावत ने संगठन का विषय बताते हुए बोलने से मना कर दिया।