वहां से पत्थर की कटिंग कर ब्लॉक के रूप में दूसरे स्थानों के लिए बेचा जाता है। बयाना रीको से भी पत्थर की सप्लाई सिरोही के पिण्डवाड़ा में स्थित कार्यशालाओं मेंं राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थर गढ़ाई एवं नक्काशी का काम किया जाता है। पहाड़पुर एवं बयाना क्षेत्र से राम मंदिर के लिए सीधे तौर पर पिछले करीब डेढ़ दशक से कोई सप्लाई नहीं हो पा रही है।
पौने दो लाख घन मीटर पत्थर ंप्रस्तावित राम मंदिर को लेकर भले ही वर्षों से पत्थर तराशी एवं नक्काशी का काम चल रहा है, लेकिन पूरे मंदिर निर्माण के लिए आवश्यक पत्थर के मुकाबले अभी आधा पत्थर भी नहीं पहुंच सका है। ऐसी स्थिति में जहां मंदिर बनने की बाधाएं दूर होने पर आमजन अब मंदिर बनने का इंतजार कर रहा है, वहीं पत्थर कारोबार से जुड़े लोग इस क्षेत्र में पत्थर की मांग बढऩे की आशा को लेकर खुश है। जानकारों के अनुसार अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर का निर्माण तीन तल का होगा। इसके लिए करीब तीन लाख घन मीटर पत्थर की जरुरत होगी। दो तल बनाने को आवश्यक सवा लाख घन मीटर पत्थर की पूर्ति हो चुकी है और नक्काशी एवं गढ़ाई का काम भी पूरा हो चुका है। मंदिर के ऊपरी हिस्से के निर्माण के लिए आवश्यक करीब पौने दो लाख घन मीटर पत्थर की पूर्ति बंशी पहाड़पुर इलाके से की जाएगी। इतनी बड़ी मात्रा में पत्थर की जरुरत होने पर इस क्षेत्र में पत्थर व्यवसाय से जुड़े लोगों का रोजगार मिलेगा। नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।