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हमारे यहां भी बड़ी खुशी…बंशी पहाड़पुर के सफेद पत्थर से बनेगा रामलला का मंदिर

locationभरतपुरPublished: Nov 10, 2019 02:05:41 pm

Submitted by:

rohit sharma

तय हो चुका है कि अयोध्या में राम मंदिर बनेगा, लेकिन हमारे यहां यह खुशी और भी ज्यादा हैं, क्योंकि राम मंदिर का निर्माण बंशी पहाड़पुर के सफेद पत्थर से कराया जाएगा।

हमारे यहां भी बड़ी खुशी...बंशी पहाड़पुर के सफेद पत्थर से बनेगा रामलला का मंदिर

हमारे यहां भी बड़ी खुशी…बंशी पहाड़पुर के सफेद पत्थर से बनेगा रामलला का मंदिर

भरतपुर. तय हो चुका है कि अयोध्या में राम मंदिर बनेगा, लेकिन हमारे यहां यह खुशी और भी ज्यादा हैं, क्योंकि राम मंदिर का निर्माण बंशी पहाड़पुर के सफेद पत्थर से कराया जाएगा। सबसे अधिक खुशी भरतपुर जिले के बयाना, रुदावल एवं बंशी पहाड़पुर क्षेत्र में सैण्ड स्टोन से जुड़े लोगों को मिली है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होते ही पत्थर व्यवसाय से जुड़े लोगों में खुशी छा गई। इसका कारण इस मंदिर के लिए बड़े स्तर पर पत्थर की मांग एवं पूर्ति करना है। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर जिले के बंशी पहाड़पुर स्थित खदानों के पत्थर को पसंद किए जाने का कारण जाना तो पता चला कि यहां का पत्थर एक विशेष किस्म का है। यहीं कारण है कि दिल्ली का सर्वोच्च न्यायालय, राष्ट्रपति भवन, लालकिला, अक्षरधाम मंदिर सहित प्राचीन भवन, फतेहपुर सीकरी का बुलन्द दरवाजा, आगरा का लाल किला, भरतपुर के गंगा मंदिर, लक्ष्मण मंदिर व जामा मस्जिद, जयपुर का विधानसभा भवन सहित विदेशों में अनेक विशाल मंदिर निर्माण में इसी पत्थर को लगाया गया है। यह पत्थर अधिक समय तक टिकाऊ है। इस पत्थर के अलावा बेहतर तरीके की गढाई एवं नक्काशी किसी दूसरे पत्थर पर संभव नहीं है। इस पत्थर में न तो सिलन आती है और न ही यह चटकता है। इसी को आधार बनाकर इस पत्थर का चयन राम मंदिर के लिए किया गया।
20 साल पूर्व से ही हो रही पत्थर की सप्लाई

राम मंदिर अयोध्या के लिए करीब दो दशक पूर्व पत्थर तराशने का काम शुरू किया गया था। पहाड़पुर क्षेत्र के पत्थर व्यवसाई महेश गोयल ने राम मंदिर को पत्थर सप्लाई की थी। व्यवसाई की मृत्यु के बाद यहां से पत्थर की सीधी सप्लाई बंद हो गई है और पहाड़पुर का पत्थर अप्रत्यक्ष रुप से अयोध्या भेजा जाता रहा है। जानकारों के अनुसार पहाड़पुर क्षेत्र से निकलने वाला सैण्ड स्टोन सीधे ही बयाना स्थित रीको में बिकने जाता है।
वहां से पत्थर की कटिंग कर ब्लॉक के रूप में दूसरे स्थानों के लिए बेचा जाता है। बयाना रीको से भी पत्थर की सप्लाई सिरोही के पिण्डवाड़ा में स्थित कार्यशालाओं मेंं राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थर गढ़ाई एवं नक्काशी का काम किया जाता है। पहाड़पुर एवं बयाना क्षेत्र से राम मंदिर के लिए सीधे तौर पर पिछले करीब डेढ़ दशक से कोई सप्लाई नहीं हो पा रही है।
मंदिर निर्माण को अभी चाहिए
पौने दो लाख घन मीटर पत्थर

ंप्रस्तावित राम मंदिर को लेकर भले ही वर्षों से पत्थर तराशी एवं नक्काशी का काम चल रहा है, लेकिन पूरे मंदिर निर्माण के लिए आवश्यक पत्थर के मुकाबले अभी आधा पत्थर भी नहीं पहुंच सका है। ऐसी स्थिति में जहां मंदिर बनने की बाधाएं दूर होने पर आमजन अब मंदिर बनने का इंतजार कर रहा है, वहीं पत्थर कारोबार से जुड़े लोग इस क्षेत्र में पत्थर की मांग बढऩे की आशा को लेकर खुश है। जानकारों के अनुसार अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर का निर्माण तीन तल का होगा। इसके लिए करीब तीन लाख घन मीटर पत्थर की जरुरत होगी। दो तल बनाने को आवश्यक सवा लाख घन मीटर पत्थर की पूर्ति हो चुकी है और नक्काशी एवं गढ़ाई का काम भी पूरा हो चुका है। मंदिर के ऊपरी हिस्से के निर्माण के लिए आवश्यक करीब पौने दो लाख घन मीटर पत्थर की पूर्ति बंशी पहाड़पुर इलाके से की जाएगी। इतनी बड़ी मात्रा में पत्थर की जरुरत होने पर इस क्षेत्र में पत्थर व्यवसाय से जुड़े लोगों का रोजगार मिलेगा। नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
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