भरतपुर

केवलादेव के लिए पर्यटकों को नहीं बहाना पड़ेगा पसीना, ई-मित्र से मिल सकेंगे टिकट

विभाग ने पर्यटकों को सुविधा ( keoladeo national park Ticket online ) देने के तहत यह नई व्यवस्था शुरू की है। विंटर सीजन के दौरान पर्यटकों को टिकट के लिए खासी मशक्कत उठानी पड़ती है। सर्दियों में देश-विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक पक्षियों को निहारने पहुंचते हैं।

भरतपुरJul 12, 2019 / 07:48 pm

abdul bari

केवलादेव के लिए पर्यटकों को नहीं बहाना पड़ेगा पसीना, ई-मित्र से मिल सकेंगे टिकट

भरतपुर.
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान ( Keoladeo National Park in bharatpur ) भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को अब टिकट ( keoladeo national park Ticket online ) के लिए पसीना नहीं बहाना पड़ेगा। पर्यटक अपने शहर या दूसरे स्थान के किसी भी ई-मित्र सेंटर से घना में प्रवेश की टिकट ले सकेंगे।

विभाग ने पर्यटकों को सुविधा देने के तहत यह नई व्यवस्था शुरू की है। विंटर सीजन के दौरान पर्यटकों को टिकट के लिए खासी मशक्कत उठानी पड़ती है। सर्दियों में देश-विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक पक्षियों को निहारने पहुंचते हैं। उद्यान प्रशासन ने इससे पहले ऑन-लाइन (online Ticket / e Ticket ) टिकट की भी व्यवस्था शुरू की थी।
ऑन-लाइन टिकट की शुरुआत करीब एक साल पहले हुई थी। लेकिन इस सुविधा का लाभ केवल टूर कंपनियों के गाइड और होटल संचालक ही उठा पा रहे थे। आम पर्यटकों को जानकारी नहीं होने से वह उन्हें इसका कोई फायदा नहीं मिल पा रहा था। वह घना के मुख्य द्वार पर कतार में खड़े होकर ही टिकट ले रहे हैं। इस नई सुविधा से पर्यटकों को घना गेट पर टिकट के लिए बेवजह इतंजार नहीं करना पड़ेगा। विशेषकर सीजन के दौरान, जब पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ जाती है।
 

ई-मित्र संचालक एक टिकट पर मिलेंगे 5 रुपए


विभाग की ओर से ई-मित्र के जरिए दी जा वाली सुविधा ( online Ticket booking ) के लिए उनके संचालकों को कमीशन भी तय किया है। प्रत्येक एक टिकट पर ई-मित्र संचालक को बतौर कमीशन 5 रुपए मिलेंगे। अगर एक साथ 5 या 6 पर्यटक गु्रप में एक ही टिकट लेते हैं तो भी 5 रुपए ही कमीशन मिलेगा। कमीशन मिलने से ई-मित्र संचालकों की भी कमाई हो सकेगी।
 

हर साल बिकते हैं करोड़ों के टिकट


घना ( keoladeo national park visit ) में हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक भ्रमण करने पहुंचते हैं। केवलादेव में वर्ष 2016-17 में 1.47 लाख और वर्ष 2017-18 में 1.37 लाख पर्यटक भ्रमण करने आए। टिकट खरीद से घना की करीब दो करोड़ से अधिक ही आय होती है। जबकि समाप्त हुए सीजन में घना में 1 लाख 58 हजार पर्यटक आए थे जो पिछले पांच साल में सर्वाधिक थे। इससे पहले वर्ष 2013 में 1.48 लाख सैलानी घना पक्षियों की अठखेलियां निहारने आए थे। घना में भारतीय पर्यटक की 75 और विदेशी सैलानी की टिकट 500 रुपए की है।
वहीं, विद्यार्थियों को आईकार्ड दिखाने पर टिकट पर छूट है। इनकी टिकट 25 रुपए है। नेचर गाइड व रिक्शा चालक का टिकट अलग से है।

 

इनका कहना है..

– पर्यटकों की सुविधा के लिए विभाग की ओर से ई-मित्र केन्द्रों पर टिकट लेने की सुविधा दी है। पर्यटक किसी भी केन्द्र से घना भ्रमण के लिए टिकट खरीद सकते हैं। सीजन के दौरान इस नई सुविधा से पर्यटकों को टिकट खरीदने में आसानी रहेगी।
– डॉ.अजीत ऊचोई, निदेशक केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान

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