थाना प्रभारी अरुण सिंह ने बताया कि जयपुर हाइवे के गांव नगला झीलरा के सामने गड्ढे में गत 11 जून को क्षत-विक्षप्त हालत में एक दिव्यांग का शव पड़ा मिला था। मृतक की बाद में उसकी पहचान कुअरपाल पुत्र सिद्दार जाटव निवासी नैपरी थाना कैलारस जिला मुरैना के रूप में हुई। पुलिस ने प्रकरण की जांच करते हुए आगरा, धौलपुर व मुरैना इलाके हाइवे के टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जांच में सामने आया कि मृतक कुअरपाल को 6 जून को जयपुर की श्री भगवान महावीर विकलांग समिति ट्राई साइकिल मिली थी। जिसे वह लेकर आ रहा था। पुलिस ने सारस व कौरई फतेहपुर सीकरी के सीसीटीवी फुटेज की जांच में सामने आया कि एक शख्स साइकिल ले जाते हुए नजर आया। पुलिस ने जयपुर में पड़ताल की। कुअरपाल की जयपुर के मालवीय नगर में विक्रम सिंह पुत्र सतीश लोधा निवासी राजपूत निवासी हाजीपुर (मोहनपुर) थाना शाहवर जिला कासगंज यूपी से मुलाकात हुई है। दोनों ने करीब पांच-छह दिन तक जयपुर में चिलम का नशा किया। इसके बाद दोनों ट्राइसाइकिल को लेकर जयपुर से मुरैना के लिए रवाना हुए। पुलिस ने विक्रम सिंह को चिह्नित कर उसकी तलाश की। पुलिस ने इलाके में चार-पांच दिन कैम्प कर शनिवार रात उसे गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि आरोपी विक्रम सेवर पहुंचने पर उसके अकेले गांव जाने की बात कहने से नाराज था। जबकि जयपुर में कुअरपाल ने उससे साथ में रहकर कमाने की बात कही थी।