वहीं प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय प्रत्याशी अंकिता शर्मा को मात्र 20 मत प्राप्त हुए। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के दिनेश भातरा 53 मतों से विजयी रहे। चुनाव को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुबह 7:00 बजे से ही मोर्चा संभाल लिया है और यूनिवर्सिटी सहित शहर के दोनों बड़े कॉलेजों के बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बयाना कस्बे के राजकीय महाविद्यालय में NSUI के प्रत्याशी राहुल सूपा जीते। उन्होंने एबीवीपी के उदय सिंह को 46 मतों से पराजित किया।
छात्रसंघ चुनावों को सत्ता का क्वालीफाइंग राउंड माना जा सकता है। चुनावों से युवा शक्ति का रुख पता चलेगा। करीब तीन माह बाद प्रदेश में विधानसभा चुनाव हैं, इसलिए नतीजे अहम हैं। प्रदेश के विश्वविद्यालय और कॉलेजों में एनएसयूआइ जीती तो कांग्रेस के हौसले बुलंद होंगे और एबीवीपी जीती तो भाजपा के। इसका कितना असर राज्य के विधानसभा चुनाव पर होगा यह तो भविष्य ही बता पाएगा, लेकिन दोनों पार्टियां इसे अपने-अपने जीत के संकेत के तौर पर जरूर बताएंगी।