scriptनक्शा से होगी लोहागढ़ में घूमने की राह आसान | Map will be easy to travel in Lohgarh | Patrika News

नक्शा से होगी लोहागढ़ में घूमने की राह आसान

locationभरतपुरPublished: Jun 03, 2019 11:03:57 pm

Submitted by:

pramod verma

भरतपुर. अजेय लोहागढ़ दुर्ग और दस दरवाजों का इतिहास अब लोग बेहतर तरीके से जान सकेंगे।

bharatpur

bharatpur

भरतपुर. अजेय लोहागढ़ दुर्ग और दस दरवाजों का इतिहास अब लोग बेहतर तरीके से जान सकेंगे। क्योंकि, पुरातत्व विभाग ने ऐतिहासिक दरवाजों के संरक्षण व जीर्णोद्धार के बाद यहां इतिहास लिखी शिला पट्टिका लगाने कार्य शुरू कर दिया है। लेकिन, गोवर्धन गेट पर शिला पट्टिका के अलावा शहर में धरोहरों को इंगित करने वाला नक्शा भी लगाया है। वहीं अन्य दरवाजों पर हिन्दी व अंग्रेजी में लिखी पट्टिकाएं ही लगाई जा रही हैंैं। माना जाता है कि यह दरवाजों के आसपास जगह की कमी के कारण किया जा रहा है।
गौरतलब है कि लोहागढ़ का अपना इतिहास रहा है, जिसकी जानकारी के लिए देशी-विदेशी पर्यटकों का यहां आना होता है। यहां की धरोहरों को संवारने के उद्देश्य से विभाग ने करोड़ों रुपए खर्च कर संरक्षण व विकास कार्य कराया। इनमें संग्रहालय, किशोरी महल आदि के साथ शहर में मिट्टी के परकोटे के आसपास बने ऐतिहासिक दस दरवाजों को भी शामिल कर उद्धार कराया।
अब दरवाजों पर शिला पट्ट व नक्शा लगाना है, लेकिन अन्य गेटों पर जगह का अभाव है इसलिए यहां नक्शा नहीं लगाए जाएंगे। इसलिए गोवर्धन गेट परिसर में शिला पट्ट के साथ नक्शा लगाया गया है। अन्य गेटों पर इतिहास लिखी पट्टिकाएं ही लगाई जा रही हैं।
पुरातत्व विभाग भरतपुर के संभागीय अधीक्षक सोहनलाल चौधरी का कहना है कि दस दरवाजों के जीर्णोद्धार का कार्य हो चुका है। अब सभी दरवाजों पर इतिहास लिखी पट्टिका लगाई जाएगी। वहीं गोवर्धन गेट परिसर में शिला पट्टिका के साथ नक्शा लगाया है। अन्य गेटों पर जगह का अभाव है इसलिए केवल पट्टिका लगाएंगे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो