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अब मेडिकोज को एमबीबीएस की पढ़ाई से पूर्व पढ़ाया जाएगा चिकित्सा क्षेत्र की नैतिकता का पाठ!

locationभरतपुरPublished: Jul 18, 2019 09:43:08 pm

Submitted by:

shyamveer Singh

भरतपुर. MCI’s new curriculum will be implemented from August 2019 अब मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई से पूर्व मेडिकोज को चिकित्सा क्षेत्र की नैतिकता (Medical Ethics) का पाठ पढ़ाया जाएगा।

MCI's new curriculum will be implemented from August 2019

अब मेडिकोज को एमबीबीएस की पढ़ाई से पूर्व पढ़ाया जाएगा चिकित्सा क्षेत्र की नैतिकता का पाठ!

भरतपुर. MCI’s new curriculum will be implemented from August 2019 अब मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई से पूर्व मेडिकोज को चिकित्सा क्षेत्र की नैतिकता (Medical Ethics) का पाठ पढ़ाया जाएगा। इसके लिए मेडिकल कॉन्सिल ऑफ इण्डिया (एमसीआई) की ओर से अगस्त 2019 से देश के मेडिकल कॉलेजों में नए करिकुलम (पाठ्यक्रम) लागू किया जा रहा है। इसके तहत मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस में प्रवेश पाने वाले विद्यार्थियों को एक माह का फाउण्डेशन कोर्स कराया जाएगा। एमसीआई ने नए पाठ्यक्रम में कई महत्वपूर्ण बदलाव भी किए हैं, जिसके तहत अब फॉरेंसिक मेडिसिन की पढ़ाई एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के बजाय तृतीय वर्ष में कराई जाएगी। नए करिकुलम में किए गए बदलाव को लेकर एमसीआई के निर्देश पर मेडिकल कॉलेजों की फैकल्टी को प्रशिक्षण देना भी शुरू कर दिया गया है। भरतपुर के मेडिकल कॉलेज में इसके तहत 18 से 20 जुलाई तक कार्यशाला आयोजित की जा रही है।

एक माह तक मेडिकोज को दी जाएगी ये शिक्षा
मेडिकल कॉलेज की डॉ. शालिनी ने बताया कि एमसीआई की ओर से नए करिकुलम (पाठ्यक्रम) के तहत मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के तुरंत बाद एमबीबीएस स्टूडेंट्स को एक माह का फाउण्डेशन कोर्स कराया जाएगा। इस फाउण्डेशन कोर्स के दौरान विद्यार्थियों को अर्ली क्लीनिकल एक्सपोजर, इंटीग्रेटेशन ऑफ द सिलेबस, खेल गतिविधियां, प्राथमिक उपचार, इमरजेंसी चिकित्सा सुविधाएं, कैडेवर, बायोवेस्ट मैनेजमेंट आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी। फाउण्डेशन कोर्स में सबसे महत्वपूर्ण बात यह रहेगी कि विद्यार्थियों को एमबीबीएस की पढ़ाई से पहले चिकित्सा क्षेत्र की नैतिकता (मेडिकल एथिक्स) का पाठ पढ़ाया जाएगा। साथ ही फॉरेंसिक मेडिसिन की पढ़ाई एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के बजाय तृतीय वर्ष में कराई जाएगी।

एमसीआई ऑब्जर्वर दे रहे प्रशिक्षण
डॉ. शालिनी ने बताया कि अगस्त 2019 से मेडिकल कॉन्सिल ऑफ इण्डिया (एमसीआई) की ओर से देश के मेडिकल कॉलेजों में नए करिकुलम (पाठ्यक्रम) लागू किया जाएगा। 18 से 20 जुलाई तक ‘करिकुलम इम्प्लीमेंटेशन सपोर्ट प्रोग्राम’ विषय पर कार्यशाला आयोजित की जा रही है, जिसमें नोडल सेंटर प्रमुख स्वामी मेडिकल कॉलेज करमसद, गुजरात से रिसोर्स फैकल्टी व एमसीआई ऑब्जर्वर डॉ. दिनेश यहां आए हैं। नोडल सेंटर से आए डॉ. दिनेश, भरतपुर के मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी को एमसीआई के नए करिकुलम के तहत प्रशिक्षण दे रहे हैं।

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